Uric Acid: सेहत का ख्याल रखना और बीमारियों से ज्यादा से ज्यादा दूर रहने की इच्छा सभी की होती है. लेकिन, कई बार डाइट में पर्याप्त पोषक तत्वों के ना होने या शरीर में किसी हार्मोन के बढ़ जाने पर शरीर खुद-ब-खुद बीमारियों का घर बन जाता है. शरीर में यूरिक एसिड (Uric Acid) का बढ़ना भी कुछ ऐसा ही है. शरीर में यूरिक एसिड के बढ़ने पर जोड़ों में दर्द (Joint Pain) की समस्या होने लगती है, साथ ही यह पैरों में सूजन (Feet Swelling) का कारण भी बनता है. आयुर्वेद (Ayurveda) में कुछ ऐसे उपाय हैं जो यूरिक एसिड को कम करने में कारगर हैं.
यूरिक एसिड के आयुर्वेदिक उपाय | Uric Acid Ayurvedic Remedies
धनिया धनिया एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है. यह यूरिक एसिड को कम करने में भी सहायक साबित होता है. इसके सेवन के लिए धनिया की कुछ पत्तियों को पानी में मिलाकर पीने से भी फायदा मिलता है. आप चाहे तो धनिया के पत्तों को सुबह-सुबह खाली पेट चबा भी सकते हैं.
सालों से हल्दी (Turmeric) को उसके औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है. खासकर सूजन (Swelling) को कम करने के लिए हल्दी का सेवन किया जाता है. एक गिलास हल्दी वाले दूध को रोजाना पीने से जोड़ों में यूरिक एसिड के कारण हुई सूजन और दर्द से राहत मिलती है.
अदरक और अजवायन दोनों ही यूरिक एसिड को कम करने में असरदार हैं. इनके सेवन के लिए आधा चम्मच अजवायन के साथ एक छोटा टुकड़ा अदरक का लें और एक गिलास पानी में उबालकर छानें और पी लें. इसे शाम के समय पीना अच्छा है और इससे दर्द व सूजन से छुटकारा मिलता है.
यूरिक एसिड को कम करने के लिए काली किशमिश खाने की सलाह भी दी जाती है. 10-12 काली किशमिश रात में डुबाकर रखने के बाद अगली सुबह खाना अच्छा रहता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.