Top 5 Shiva temples in India : भारत में कई प्रसिद्ध शिव मंदिर हैं, जो न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि अपनी हीलिंग पावर के लिए भी जाने जाते हैं. इन मंदिरों में दर्शन करने मात्र से मानसिक शांति मिलती है और शारीरिक कष्ट भी दूर होते हैं. यहां हम आपको भारत के 3 ऐसे शिव मंदिरों (Bharat ke 3 prasidh shiv mandir) के बारे में बताएंगे, जो अपनी विशेष हीलिंग पावर (Healing Power) के लिए फेमस हैं.
महाकालेश्वर मंदिर, उज्जैन, मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन करने से मानसिक सुकून मिलता है. इसे "काल के देवता" के रूप में पूजा जाता है और यहां की शक्ति से रोग और समस्याओं का निवारण होता है. साथ ही मंदिर शांतिपूर्ण वातावरण तनाव दूर करता है. इस मंदिर में स्थित ज्योतिर्लिंग एक मात्र ज्योतिर्लिंग है, जो दक्षिणमुखी है. हर शिव भक्त एक बार अपने जीवन में जरूर आने की कोशिश करती है. यहां की भस्म आरती शिव भक्तों के बीच बहुत प्रसिद्ध है.
रामेश्वर मंदिर, तमिलनाडु
तमिलनाडु का रामेश्वर मंदिर भी अपनी हीलिंग पावर के लिए शिव भक्तों के बीच प्रसिद्ध है. यहां पर स्नान करने से और मानसिक शांति मिलती है साथ ही रोग दोष दूर होते हैं. मान्यता है कि भगवान राम ने लंका पर चढ़ाई से पहले इसी जगह पर शिवलिंग स्थापित किया था. साथ ही यह भी मान्यता है कि इस मंदिर के अंदर स्थित कुएं को भगवान राम ने अपने बाण से बनाया था. यह भी कहा जाता है कि रावण एक ब्राह्मण था और ब्राह्मण हत्या के दोष को खत्म करने के लिए भगवान राम ने यहां शिव की पूजा की थी. रामेश्वरम मंदिर, हिंद महासागर, बंगाल की खाड़ी, और अरब सागर से घिरा हुआ है.
बैद्यनाथ मंदिर, झारखंड
झारखंड का बैद्यनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से नौवां है. इसे कामना लिंग के नाम से भी जाना जाता है. यह एकमात्र ऐसा मंदिर है, जहां पर शिव और शक्ति दोनों विराजमान हैं. इस मंदिर को शक्तिपीठ भी कहा जाता है. ऐसी मान्यता है कि यहां पर भक्त की सारी मुरादें पूरी होती हैं. वहीं, लोकमान्यता है कि बैद्यनाथ मंदिर के शीर्ष पर लगी पंचशुला के कारण यहां पर किसी आपदा का असर नहीं होता है. इस मंदिर में भी दर्शन और पूजा करने से मानसिक शांति मिलती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.