Oral Health: दांतों की सही तरह से देखरेख ना करने पर, दांतों के पीलेपन और सड़न के चलते भी दांतों में दर्द रहने लगता है. इस दर्द के कारण कई बार ठीक से उठना-बैठना भी मुश्किल होने लगता है. दांत का दर्द (Toothache) जरूरत से ज्यादा बढ़ने पर इसे रोकने के लिए दवाइयां वगैरह ली जाती हैं, लेकिन अगर आपके दांत में असमय कभी दर्द होने लगे या देररात दर्द उठ जाए तो ऐसे कुछ घरेलू नुस्खे हैं जो दांतों के दर्द से छुटकारा पाने में मददगार साबित होते हैं. इन नुस्खों को आजमाना भी बेहद आसान है.
दांतों में दर्द के घरेलू उपाय | Toothache Home Remedies
लौंगदांत का दर्द कम करने में रसोई का यह मसाला बेहद असरदार साबित होता है. लौंग (Clove) में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं जो दांत के दर्द से राहत दिलाते हैं. इसके अलावा, इसमें पाए जाने वाले एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण इंफ्लेमेशन को रोकने में मददगार साबित होते हैं. आप लौंग को पीसकर दर्द वाले दांत पर लगा सकते हैं. इसके अलावा, दांतों पर लौंग के तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है. लौंग के तेल को दांतों के आसपास मलने से दर्द से राहत मिल जाती है.
लहसुनएंटीबायोटिक गुणों से भरपूर लहसुन (Garlic) को दांतों पर लगाने से भी दांत के दर्द की दिक्कत दूर हो जाती है. कच्चा लहसुन लेकर उसे कूटें और नमक के साथ मिला लें. इस मिश्रण को दर्द वाले दांत पर मलें और कुछ देर लगाकर रखने के बाद मुंह को धोकर साफ कर लें. दर्द में आराम महसूस होता है.
दांत का दर्द कम करने के लिए प्याज का इस्तेमाल भी किया जा सकता है. प्याज के एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुण दांतों के लिए फायदेमंद साबित होते हैं. इसके अलावा, प्याज इंफेक्शन वाले कीटाणुओं को भगाने में भी फायदेमंद साबित होता है. इस्तेमाल के लिए आप प्याज (Onion) के टुकड़े को दांतों पर रख सकते हैं. इसे दर्द वाले दांत पर 10 मिनट रखने के बाद पानी से मुंह धोकर साफ कर लें.
हल्दीदर्द वाले दांत पर हल्दी को भी लगाया जा सकता है. हल्दी (Turmeric) को दांत पर लगाने के लिए हल्दी में पानी मिलाकर पेस्ट बना लें. इसे रूई में लेकर दर्द वाले दांत पर लगाएं. अब 10 से 15 मिनट लगाकर रखने के बाद मुंह कुल्ला कर लें. कोशिश करें कि आप इस हल्दी के पेस्ट को निगल ना लें. हल्दी का पेस्ट दांत का दर्द खींचने का काम करता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.