Parenting tips : आज से गणेश उत्सव का शुभारंभ हो गया है. अब अगले 10 दिन तक यह पर्व पूरे जोश और उत्साह के साथ देश में मनाया जाएगा. बप्पा की मूर्तियों से पंडाल सज गए हैं. त्योहारों को लेकर सबसे ज्यादा उत्साह बच्चों में देखने को मिलता है. उनके लिए यह मौका अच्छे स्वादिष्ट पकवान खाने और नए रंग-बिरंगे कपड़े पहनने का है. ऐसे में यह सही मौका है बच्चों को बप्पा से जुड़ी जरूर बातों के बारे में बताने का जो जीवन में बहुत काम आएंगी. तो आइए जानते हैं गणपति से जुड़ी 4 जरूरी बातें.
गणपति बप्पा से जुड़ी जरूरी बातें
खुद को स्वीकारनाआपको बता दें कि गणपति बप्पा का शरीर मनुष्य का था लेकिन सिर हाथी का था? यह हमारे बच्चों को सिखाने का एक अच्छा तरीका है कि हममें से कोई भी परफेक्ट नहीं है और हम सभी में कुछ खामियां होंगी. जब तक हम खुद से प्यार नहीं करते और खुद को वैसे ही स्वीकार नहीं करते जैसे हम हैं, हम किसी और से ऐसा करने की उम्मीद नहीं कर सकते. ऐसे में आप बच्चे को समझाएं आप जैसे हैं बेस्ट हैं. हर इंसान स्पेशल होता है.
बोलने से ज्यादा सुनोगणेश जी की मूर्ति पर हाथी का कान इस बात का संदेश है कि बोलने से ज्यादा व्यक्ति को सुनना चाहिए. जब भी कोई आपसे अपना दुख या कोई जरूरी बात साझा करे तो आप एक अच्छे श्रोता की तरह बात को सुनें और कोई राय न बनाएं. आपको बस सामने वाले को अपने दिल की बात कहने देना है. यही चीज अपने बच्चे को सिखाएं कि जब कोई उनसे कुछ बात करने के लिए आता है, तो उन्हें बोलने से पहले सुनना चाहिए.
जैसा की हमने पहले ही बताया कि गणेश भगवान एक अच्छे श्रोता हैं, यही कारण है कि उनके पास ज्ञान और बु्द्धि का भंडार है. अपने बच्चे को अपने ज्ञान का बुद्धिमानी से उपयोग करने का महत्व समझाएं. आप उन्हें बताएं कि कैसे गणेश जी ने इतनी सारी चीजें जानने के बावजूद कभी भी अपनी शक्तियों का दुरुपयोग नहीं किया.
कभी हार न मानोएक कहानी है कि जब विद्वान ऋषि व्यास उन्हें महाभारत सुना रहे थे, तब गणेश की कलम टूट गई थी. किसी भी बाधा से बचने के लिए, गणेश जी ने अपने दांत का त्याग कर दिया और इसे कलम के रूप में इस्तेमाल करके लिखना जारी रखा. तो इससे यह सीख मिलती है कि किसी भी परिस्थिति में आपको हार नहीं माननी चाहिए.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.