Home remedy in upset stomach : कुछ लोगों का लीवर और मेटाबॉलिज्म इतना कमजोर होता है कि वह बाहर का कुछ भी खा लें तो उनका पेट खराब हो जाता है. तली भूनी चीजें तो वह बिल्कुल नहीं पचा पाते हैं. ऐसे में उनके लिए सादा भोजन ही बेस्ट फूड होता है. ऐसे लोग अगर कुछ घरेलू उपाय अपना लें तो उन्हें पेट की खराबी (upset stomach) से राहत जल्दी मिल जाएगी. यह उपाय इतने असरदार हैं कि फर्क कुछ दिन में ही नजर आने लग जाएगा. इसके बाद अपनी मन चाही डिशेज भी खाना शुरू करे देंगे.
लूज मोशन में अपनाएं ये घरेलू उपाय | home remedy in Loose motion
पुदीना भी खाएंपेट को स्वस्थ रखने में पुदीना भी बहुत काम आता है. खाने के बाद 4 से 5 पुदीना खा लेने से पेट की दुरुस्त होगा. इसके अलावा आप खाना खाने के आधे घंटे बाद गुनगुना पानी भी पी सकती हैं यह भी सेहत में इजाफा ही करता है.
अगर आप चाहती हैं कि आपका पेट खराब होने से बच जाए तो खाने के बाद अजवाइन जरूर खाएं. ऐसा करने से आपका डाइजेस्टिव सिस्टम बेहतर होगा साथ में मेटाबॉलिज्म भी बूस्ट होगा. इसको रूटीन में करने से लाभ और जल्दी मिलेगा. वहीं आप पेट दर्द, ऐंठन, लूज मोशन, कच्ची डकार आने पर एक गिलास पानी में एक चम्मच अजवाइन मिलाकर उबाल लीजिए. फिर छानकर पी लीजिए. इससे आपको आधे घंटे के अंदर राहत महसूस होने लगेगी. इससे ना केवल आपका पेट अच्छा रहेगा बल्कि संक्रमण से भी बचाएगा.
दस्त में नींबूनींबू का रस भी लूज मोशन में बहुत फायदेमंद होता है. बस आपको एक कप पानी में एक नींबू का रस निचोड़ लेना है और थोड़ी-थोड़ी देर में पीते रहना है. इससे आपके आंतो की भी सफाई अच्छे से होती है.
पेट संबंधी परेशानी में नारियल पानी भी बहुत लाभदायक होता है. क्योंकि इसमें पोटेशियम और सोडियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं, जो बॉडी में इलेक्ट्रोलाइट को बैलेंस करते हैं. कोकोनट वाटर डिहाइड्रेशन की समस्या से भी निजात दिलाता है.
पपीता दिलाए राहतअगर आप कमजोर पेट से परेशान हैं तो इसमें पपीता भी आपको राहते देने का काम करेगा. इसके सेवन से शरीर हाइड्रेट होता है औऱ पेट को ठंडक भी मिलती है. इसको लूज मोशन में खाने से फायदा तुरंत मिलता है. आप कच्चे पपीते को घिसकर 3 कप पानी में उबालकर भी इसमें पी सकती हैं दिन में 3 से 4 बार. यह भी आपको राहत देने का काम करेगा.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है.