Sugarcane Juice: गर्मियों के मौसम में गन्ने का जूस पीने का मजा ही कुछ और होता है. चिलचिलाती गर्मी में एक गन्ने का जूस ही है जो हर चौराहे पर आसानी से मिल जाता है और एक घूंट पीने पर ही लगता है जैसे शरीर की सारी गर्माहट शरीर से निकल गई है. लेकिन, गन्ने का जूस हर किसी के लिए अच्छा हो ऐसा जरूरी नहीं है. कुछ लोगों को इसके फायदों से ज्यादा नुकसान (Side Effects) भी हो सकते हैं. ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि आपको इस बात का ख्याल रहे कि कब गन्ने का जूस (Ganne ka juice) आपको पीना चाहिए और कब नहीं
किन्हें नहीं पीना चाहिए गन्ने का जूस | Who Should Not Drink Sugarcane Juice
जब हो कैविटीज
जिन लोगों के दांतो में कैविटीज (Cavities) की दिक्कत हो उन्हें गन्ने का जूस पीने से खासा परहेज करना चाहिए. गन्ने के जूस में पहले से ही अत्यधिक प्राकृतिक शुगर होती है जो मुंह में मौजूद बैक्टीरिया को कई गुना ज्यादा बढ़ाने का काम करती है. आप 1-2 बार तो गन्ने का जूस पी सकते हैं, लेकिन रोजाना गन्ने के जूस को पीने की आदत कैविटीज वाले लोगों को नहीं लगानी चाहिए.
जिन लोगों की दिल की सेहत यानी हार्ट हेल्थ पहले से ही खराब हो उन्हें भी गन्ने के जूस से परहेज करना चाहिए. गन्ने का जूस ब्लड प्रेशर और संक्रमण बढ़ाने वाला साबित हो सकता है जो हार्ट हेल्थ के लिए ठीक नहीं है.
गन्ने का जूस बहुत बार हाइजीनिक तरीके से नहीं बनाया जाता. आपने ठेले पर देखा होगा कि ठीक तरह से सफाई नहीं रखी जाती जिस चलते गन्नों में मक्खियां बैठी हुई भी नजर आती हैं. ऐसे में पहले से ही जब बेकार खाना खाने से फूड पॉइजनिंग हो रखी हो तो गन्ने का जूस पीने की गलती नहीं करनी चाहिए.
गन्ने में कैलोरी की अत्यधिक मात्रा पाई जाती है. ऐसे में एक गिलास गन्ने का जूस पीने पर भी आपके शरीर को अच्छीखासी मात्रा में शुगर (Sugar) मिल जाएगी जो आपके वजन को बढ़ाने का काम करेगी. अगर आप वजन घटाने (Weight Loss) की कोशिश में हैं तो गन्ने का जूस पीने से बचें.
पेट से जुड़ी दिक्कत होने पर गन्ने का जूस तकलीफ बढ़ाने वाला साबित हो सकता है. अगर आपके पेट में दर्द (Stomach Ache) है, दस्त और उल्टी हो रही है या पेट में गुड़गुड़ महसूस हो रही है तो आपको गन्ने के जूस को पीने से परहेज करना चाहिए.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.