Surajkund International Crafts Mela 2026: नए साल की शुरुआत के साथ ही लोगों को सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले का भी बेसब्री से इंतजार रहता है. साल 2026 में 39वां सूरजकुंड मेला आयोजित किया जाएगा. इस बार मेला कई मायनों में खास होने वाला है, क्योंकि इसमें संस्कृति, खानपान और सुविधाओं का दायरा पहले से कहीं ज्यादा बड़ा रखा गया है. आइए जानते हैं ये मेला कब से शुरू होकर कब तक रहने वाला है, साथ ही जानेंगे इस बार मेले में क्या खास रहेगा.
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साल 2026 में कब लगेगा सूरजकुंड मेला?
जानकारी के अनुसार, साल 2026 में सूरजकुंड मेला 31 जनवरी से शुरू होकर 15 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा. साल 2026 के सूरजकुंड मेले में मेघालय और उत्तर प्रदेश को थीम स्टेट बनाया गया है. वहीं, मिस्र (Egypt) को पार्टनर कंट्री घोषित किया गया है. दोनों थीम स्टेट के लिए चार-चार खास फूड स्टॉल लगाए जाएंगे, जहां उनकी संस्कृति और पारंपरिक स्वाद देखने और चखने को मिलेगा.
फूड लवर्स के लिए जन्नत बनेगा मेलाइस बार सूरजकुंड मेला खाने के शौकीनों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं होगा. फूड कोर्ट में 100 से ज्यादा फूड स्टॉल लगाए जाएंगे, जहां देश के अलग-अलग राज्यों और खासतौर पर पूर्वोत्तर भारत पूर्वोत्तर राज्यों जैसे- असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुर, नागालैंड और सिक्किम की सांस्कृतिक और खानपान की झलक देखने को मिलेगी.
इस बार मेला परिसर को पहले से ज्यादा बड़ा, साफ और सुंदर बनाया जा रहा है. इसके लिए-
- 127 अस्थायी स्टॉल को स्थायी रूप दिया जा रहा है
- कोई भी स्टॉल खुले में नहीं रहेगा
- फर्श और दीवारों पर मिट्टी और गोबर की लिपाई की जा रही है
- अम्यूजमेंट पार्क का दायरा भी बढ़ाया गया है.
मुख्य चौपाल और छोटी चौपाल पर हर शाम सांस्कृतिक कार्यक्रम, फैशन शो, बॉलीवुड गायकों की प्रस्तुतियां, गजल संध्या और हास्य सम्मेलन जैसे कार्यक्रम होंगे. इनकी अंतिम सूची जनवरी के पहले हफ्ते तक तय की जाएगी.
यानी सूरजकुंड मेले 2026 में खानपान, संस्कृति, हस्तशिल्प और मनोरंजन का शानदार संगम होने वाला है. ऐसे में अगर आप घूमने, खाने और भारत की विविध संस्कृति को करीब से देखने का प्लान बना रहे हैं, तो यह मेला मिस नहीं करें.