Slow Living lifestyle : आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी से राहत पाने का स्लो लीविंग एक अनोखा तरीका है. जो हमें जीवन को अलग तरीके देखने का नजरिया देता है. स्लो लिविंग (Slow Living) एक लाइफस्टाइल है जो जीवन को धीमे, सहज और उद्देश्यपूर्ण तरीके से जीने पर ध्यान केंद्रित करता है. जीवन जीने इस नए तरीके में आप अपनी डेली लाइफ में भागदौड़ और तनाव से दूर होकर हर पल को पूरी तरह से जीने की कोशिश करते हैं. आपको बता दें कि स्लो लिविंग का उद्देश्य जिंदगी को अधिक माइंडफुल तरीके से जीना है, ताकि हम शांति, संतोष और मानसिक सुकून प्राप्त कर सकें. धीमी गति से जीने के 5 मुख्य अंग और उनके फायदे आगे लेख में बताने जा रहे हैं, जिसे जानने के बाद आप भी अपनी लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाना चाहेंगे...
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स्लो लिविंग के मुख्य अंग
- धीमी गति से जीने का पहला अंग है कम चीजों में खुश रहना.
- दूसरा है अपनों के साथ समय बीताने के लिए प्राकृतिक वातावरण का चुनना.
- तीसरा है कम सामान खरीदना और उसे अच्छे से इस्तेमाल करना यानि उपभोक्तावाद से दूर रहना.
- चौथा है कोई भी काम माइंडफुलनेस के साथ करना चाहे, खाना हो, चलना हो और काम करना हो.
- पांचवां है फिजिकल और मेंटल हेल्थ के लिए बैलेंस डाइट, डेली एक्सरसाइज और 8 घंटे की नींद पूरी करना.
स्लो लिविंग के फायदे
- तेज रफ्तार जीवन को छोड़कर धीमी गति से जीना आपको मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रखता है. इससे आप तनाव और अवसाद जैसी मेंटल ट्रॉमा से नहीं गुजरते हैं.
- स्लो लिविंग संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, और पर्याप्त नींद जैसे स्वास्थ्य लाभ भी पहुंचाता है. वहीं, धीमी गति का जीवन आपके रिश्तों को भी बेहतर करता है. आप अपने लोगों के साथ ज्यादा समय बिता पाते हैं.
- इसके अलावा स्लो लिविंग आपको नेचर से जोड़ता है. क्योंकि इस तरीके से जीने में आप पर्यावरण के प्रति जागरूक और जिम्मेदार होते हैं.
- स्लो लिविंग से आप अपने समय का बेहतर तरीके से मैनेज कर सकते हैं. यह आपके जीवन में संतुलन बनाने में मदद करता है.
- स्लो लिविंग से आप वर्तमान में पूरी तरह से रहते हैं और खुशी महसूस करते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.