Parenting Tips: अक्सर ही माता-पिता बच्चे के जन्म के कुछ समय बाद ही उसके कान छेद देना चाहते हैं. ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि बच्चे के कान बेहद नाजुक होते हैं और बच्चों को कान छेदने पर बड़ों से कम दर्द होता है. लेकिन, जन्म के तुरंत बाद ही कान छेदना (Ear Piercing) सही नहीं माना जाता है. वहीं, अगर कान सही तरह से ना छिदवाए जाएं तो दिक्कत हो सकती है. इयर इंफेक्शन का खतरा तो रहता ही है, साथ ही सही तरह से कान ना छेदने पर कान के छेद को बंद करवाना पड़ सकता है और फिर दोबारा से कान छेदने की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. ऐसे में पीडियाट्रिशन डॉ. पवन भरत मांडविया बता रहे हैं कि किस तरह से, किस उम्र में और कैसे बच्चों के कान छेदने चाहिए.
बच्चे के कान छेदने की सही उम्र | Right Age Of Piercing Baby's Ears
अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर डॉ. पवन ने वीडियो को शेयर करके बताया है कि बच्चे के कान छेदने का सही तरीका क्या है. डॉ. पवन का कहना है कि जब बच्चा 4 महीने का हो और उसे डीपीटी के तीनों टीके लग चुके हों तब उसके कानों में छेद करवाए जा सकते हैं. बच्चे के कानों में छेद किसी सुनार से करवाया जा सकता है लेकिन स्किन डॉक्टर से कान छिदवाना ज्यादा हाइजीनिक होता है.
अब बात आती है कि किस तरह बच्चे के कान में छेद करवाना चाहिए, इसपर डॉक्टर का कहना है कि ट्रेडिशनल मेथड या फिर गनशॉट मेथड (Gunshot Method) से भी कान छिदवाए जा सकते हैं. दोनों में से कोई भी तरीका चुन सकते हैं लेकिन गनशॉट मेथड से दर्द कम होता है.
बच्चे के कान छिदवाने का बेस्ट समय डॉक्टर ने बच्चे को नहलाने के बाद का बताया है. नहाने के बाद जब बच्चा रिलैक्स्ड हो जाए उस समय उसके कानों में छेद करवा सकते हैं. कान में छेद करवाने के लिए बच्चे को कैसे तैयार करें, इसके लिए डॉक्टर की सलाह है कि बच्चे को दूध पिलाने के बाद लेकर जाए जिससे बच्चा रिलैक्स्ड रहे और चिड़चिड़ा ना हो.
डॉक्टर का कहना है कि बच्चे के कान छिदवाने के बाद उसे 2 से 3 दिन तक नहलाना नहीं है. आप शरीर को किसी गीले स्पोंज या कपड़े से साफ कर सकते हैं. बच्चे के कानों में सोने या चांदी की बालियां (Earrings) डाली जा सकती हैं. इसके अलावा बच्चे का ध्यान कान के छेद से हटवाने के लिए आप बच्चे को पेसिफायर दे सकते हैं या किसी और एक्टिविटी से उसका ध्यान भटका सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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