Healthy Food: हल्दी वाला दूध औषधि की तरह सदियों से पिया जाता रहा है. ना सिर्फ दादी-नानी बल्कि आयुर्वेद भी हल्दी वाले दूध (Haldi Doodh) को पीने की सलाह देता है. दिलचस्प बात तो यह है कि इस दूध को बच्चे तो बच्चे, बड़ों के लिए भी बेहद फायदेमंद माना जाता है. इसमें कोई दोराय नहीं कि हल्दी वाले दूध (Turmeric Milk) से शरीर को एक या दो नहीं बल्कि अनेक फायदे मिलते हैं, लेकिन सवाल यह है कि क्या गर्मियों में भी हल्दी वाला दूध पीना चाहिए? हल्दी की तासीर गर्म मानी जाती है इस चलते कहीं इसे पीकर आप बेहतर होने की जगह बीमार तो नहीं हो जाएंगे? इन सवालों के जवाब आपको इस लेख में मिलेंगे.
हल्दी वाले दूध के फायदे | Benefits of Haldi Wala Doodh
- हल्दी वाला दूध 2 मिनट में बनकर तैयार हो जाता है. इसे बनाने के लिए दूध गर्म करके उसमें कच्ची हल्दी या हल्दी का पाउडर और चीनी या फिर गुड़ मिलाया जाता है. इसके बाद दूध में हल्का उबाल आने पर यह परोसने के लिए तैयार होता है.
- हल्दी दूध शरीर के अंगों की मरम्मत करता है. हल्दी के एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल औषधीय गुण शरीर को कई रोगों से बचाते हैं. साथ ही, यह शरीर के दर्द को कम करने में भी फायदेमंद है.
- जिन लोगों को रात में ठीक तरह से नींद नहीं आती उन्हें खासतौर पर हल्दी वाला दूध (Haldi Wala Doodh) पीना चाहिए.
- हल्दी इम्यूनिटी (Immunity) बढ़ाने में भी बेहद असरदार है. यह कई रोगों से लड़ने में शरीर की मदद करती है.
- सर्दी, बुखार, गला जाम और जुकाम लगने पर खासतौर से हल्दी वाला दूध पीने की सलाह दी जाती है.
- यह शरीर में हार्मोनल बैलेंस को बेहतर करने में भी कारगर है.
- हल्दी वाले दूध को पीने से फोड़े-फुंसी की समस्या भी नहीं होती.
असल में हल्दी वाला दूध तासीर में गर्म जरूर होता है लेकिन शरीर में बैलेंस बनाए रखता है. गर्मी के मौसम में भी हल्दी वाला दूध बेझिझक पिया जा सकता है. हालांकि, आप चाहें तो दूध की मात्रा थोड़ी कम कर सकते हैं या फिर कुछ दिन के अंतराल पर इसे पी सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.