Night Yogasan benefits : अच्छी सेहत के लिए नियमित तौर पर व्यायाम और योग (yoga)को बेहतर माना गया है. आमतौर पर कहा जाता है कि योगासन (Yogasan) करने का सबसे सही समय सुबह का वक्त है. इस वक्त योग करने से पूरा दिन शरीर में एनर्जी (Energy) बनी रहती है. यही वजह है कि, ज्यादातर लोग अक्सर सुबह के वक्त ही योगासन और एक्सरसाइज (Exercise) करते हैं. पर शायद आप ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि सिर्फ सुबह (Morning) ही नहीं रात के वक्त भी योगासन करने के ढेर सारे फायदे (Health Benefits) मिलते हैं. तो चलिए आज आपको बताते हैं कि, रात में योग करने से शरीर को क्या बेनिफिट हैं.
रात के वक्त योग करने के फायदे | Benefits Of Doing Yoga At Night
इन्सोम्निया और तनाव के लिए अच्छाअगर आपको भी रात के वक्त नींद नहीं आती और आप पूरी रात करवट बदलते हैं, तो लंबे समय तक स्वस्थ नहीं रह पाएंगे. नींद ना आने की अवस्था इन्सोम्निया कहलाती है. अगर किसी की नींद पूरी नहीं होती तो दिन भर थकावट, एनर्जी की कमी के साथ स्ट्रेस बढ़ जाता है और इससे दिमागी क्षमता पर बुरा असर पड़ता है. इसके अलावा आजकल ऑफिस वर्क का प्रेशर इतना ज्यादा है कि, स्ट्रेस, एंजाइटी और डिप्रेशन जैसी परेशानियां हावी हो जाती हैं. ऐसे में अगर रात के वक्त हल्का और दिमाग को तरोताजा करने वाला योग किया जाए तो स्ट्रेस में काफी आराम मिल सकता है.
पवनमुक्तासन को रात के वक्त काफी आराम से किया जा सकता है. इससे आपको दिमाग और शरीर दोनों को काफी राहत मिलती है. इसमें अपने घुटनों को हाथों की मदद से लपेट कर सांस ली और छोड़ी जाती है.
मंडूकासन भी रात में किया जाने वाला बेहतरीन योग है. इसे करने से दिमाग को राहत मिलती है और मांसपेशियों को भी रिलैक्स मिलता है. इसे करने के बाद रात को अच्छी और बेहतर नींद ली जा सकती है.
शलभासन को रात में किया जाए तो बेहतर नींद के साथ-साथ शरीर को भी काफी आराम मिलता है. इस योग में व्यक्ति को पेट के बल लेटकर पहले अपने आगे छाती का हिस्सा हवा में ऊपर की ओर उठाना चाहिए और उसी तरह पैरों को नीचे की तरह से ऊपर उठाना चाहिए.
इस आसन में पेट के बल लेटकर अपने दोनों हाथों को पीछे की तरफ करके अपने पैरों को ऊपर लेकर पकड़ना होता है. इससे शरीर धनुष की शेप में आ जाता है. बेहतर नींद, डिप्रेशन में आराम देने वाला ये योगासन रात के लिए काफी अच्छा है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है.