Millets Benefits: प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) मोटा अनाज खाने की सलाह भी देते हैं और खुद भी मोटे अनाज से बना खानपान पसंद करते हैं. मिलेट्स यानी मोटे अनाज गांव-देहात में आज भी खूब खाए जाते हैं लेकिन शहरों के लोग इनके फायदों से कुछ हद तक अनजान हैं. बता दें कि साल 2023 को संयुक्त राष्ट्र संघ ने इंटरनैशनल इयर ऑफ मिलेट्स भी घोषित किया है. महामारी को देखते हुए राष्ट्रों के नेता मोटे अनाज को खाने की सलाह दे रहे हैं. इसकी पैदावर किसानों को भी मदद करती है और यह सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होते हैं. बाजरा, रागी, अमरनाथ (Amarnath) या रामदाना, कुट्टू, सानवा और ज्वार आदि मोटे अनाज के उदाहरण हैं. इनके फायदे पाचन से शुरू होकर डायबिटीज, कॉलेस्ट्रोल और टिशूज रिपेयर करने तक में दिखते हैं. जानिए वे कारण जिनके चलते मिलेट्स (Millets) को अपने खानपान का हिस्सा बनाया जाना चाहिए.
मोटा अनाज खाने के फायदे |Benefits Of Eating Millets
मिलेट्स कई तरह के होते हैं और सेहत को अनेक फायदे भी देते हैं. मोटे अनाज में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. ये फाइबर से भरपूर होते हैं और इनमें विटामिन ए, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, फॉस्फोरस, पौटेशियम, आयरन, कॉपर और मैग्नीशियम आदि पाए जाते हैं. ये अनाज ब्लड सेल्स बनाने में भी सहायक साबित होते हैं. पोषक तत्वों के चलते ही ये अनाज सेहत से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करमे में असर दिखाते हैं.
मिलेट्स पाचन को दुरुस्त रखने में मददगार होते हैं. इनके सेवन से कब्ज, गैस और पेट फूलने जैसी दिक्कतों से आयदिन दोचार नहीं होना पड़ता है. पाचन के साथ ही मोटे अनाज रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) को मजबूत बनाए रखने में भी मदद करते हैं.
खानपान में मैग्नीशियम और पौटेशियम की पर्याप्त मात्रा ब्लड प्रेशर को घटाने में अच्छा असर दिखाती है. यही पोषक तत्व मोटे अनाज में भी पाए जाते हैं जिस चलते दिल की सेहत भी अच्छी रहती है. मिलेट्स का रोजाना सेवन किया जाए तो यह दिल की सुरक्षा भी करते हैं.
अमरनाथ को रामदाना भी कहते हैं. यह प्रोटीन से भरपूर होता है और इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व कॉलेस्ट्रोल (Cholesterol) कम करने में भी सहायक साबित होते हैं. इसके अलावा इनमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स की अच्छी मात्रा होती है. इन्हें लड्डू, टिक्की, सलाद और कपकेक व बिस्कुट आदि बनाने में इस्तेमाल कर सकते हैं.
मिलेट्स में रागी भी आता है. यह विटामिन बी3, फोलेट और कैल्शियम समेत कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है. रागी खाने पर शरीर का ब्लड ग्लुकोज लेवल कम होने में मदद मिलती है. इसके अलावा यह मसल टिशूज को रिपेयर करने में भी सहायक होता है. इसे डोसा, चीला, रोटी और उपमा आदि बनाकर खाया जा सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.