Ayurvedic tips whitening yellow teeth : पीले दांत और बदूबदार सांस न केवल आपके आत्मविश्वास को कम करते हैं बल्कि दूसरों के साथ बातचीत करने में भी असुविधा और शर्मिंदगी का कारण बन सकते हैं. हालांकि, इससे निजात पाने के कई तरीके आयुर्वेद चिकित्सा में मौजूद हैं, जो पूरी तरह से सुरक्षित हैं. अगर आप केमिकल वाले टूथपेस्ट कम इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो आप यहां बताए जा रहे आयुर्वेदिक नुस्खे से रोजाना मंजन कर सकते हैं. यह तरीका प्रभावी और प्राकृतिक दोनों है जिसका असर 1 हफ्ते के अंदर आपको महसूस होने लगेगा.
नीम की दातुन या फिर पेस्ट से करें मंजन
नीम दांतों के लिए आयुर्वेद में बहुत प्रभावी माना गया है. क्योंकि इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं. ऐसे में इसकी दातुन या फिर पत्तियों के पेस्ट से मंजन करने से न सिर्फ पीले दांत की समस्या कम होंगी, बल्कि मुंह से आने वाली बदबू भी दूर होगी.
रात में लौंग चबाएं
इसके अलावा लौंग मसाला भी आपकी ओरल हेल्थ (oral health) के लिए बहुत प्रभावी उपाय साबित हो सकता है. इसके एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पीले दांत और मुंह की बदबू की समस्या कम करने में कारगर साबित हो सकते हैं. आप इस परेशानी में लौंग को चबाएं या लौंग का तेल पानी में डालकर कुल्ला करें. इस नुस्खे से आपको एक हफ्ते में राहत महसूस हो सकती है.
सेंधा नमक दांत पर रगड़ें
एक चम्मच सरसों के तेल में आधा चम्मच सेंधा नमक मिलाकर दांतों पर रगड़ें. इससे पीले दांत सफेद होंगे और बदबूदार सांस भी दूर हो सकती है.सेंधा नमक और सरसों का तेल एक आयुर्वेदिक मिश्रण है, जो दांतों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है.
हल्दी और नारियल तेल से दांत रगड़ें
हल्दी और नारियल तेल भी आपके पीले दांतों को चमकाने में प्रभावी साबित हो सकते हैं. ये भी आपके लिए एक प्रभावी आयुर्वेदिक मंजन है. आपको बस 1 चम्मच नारियल तेल में आधे चम्मच हल्दी का पाउडर मिलाकर दांतों पर रगड़े और 5 मिनट तक मुंह में घुमाएं. फिर इसे थूककर मुंह गुनगुने पानी से धो लीजिए. इससे भी आपको काफी हद तक राहत मिलेगी.
पुदीना पानी से करें कुल्ला
ताजे पुदीने के पत्तों को चबाएं या पानी में पुदीना तेल थोड़ा सा मिलाकर कुल्ला करें. यह दांतों और मुंह दोनों को ताजगी देगा. यह नुस्खा भी आपकी ओवरऑल हेल्थ के लिए बहुत कारगर साबित होता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.