बच्चा हो गया है जिद्दी और देने लगा है उल्टा जवाब तो डांटे नहीं बस ये 4 काम करें, बन जाएगा आज्ञाकारी और संस्कारी लाडला

How to deal with a stubborn child : बढ़ते बच्‍चों के पेरेंट्स अक्‍सर यह शिकायत करते हैं कि उनका बच्‍चा आजकल बदतमीजी करता है और समझ नहीं आता कि उसकी आदतों को कैसे सुधारा जाए. आपको बता दें कि खुद की आदतों में बदलाव लाकर आप उन्‍हें शांत और व्यवहारकुशल बना सकते हैं.

विज्ञापन
Read Time: 23 mins
stubborn child symptoms : जिद्दी बच्चे को कैसे समझाएं.

Parenting Tips: एक शोध में यह पाया गया है कि बच्‍चों को डांटने या मारने से उनमें सुधार नहीं होता, बल्कि वह और भी जिद्दी और गुस्‍सैल हो जाते हैं. यही नहीं, कम उम्र में ही उनमें डिप्रेशन (Depression) और नेगेटिविटी आने लगती है और वे कई गलत कदम उठाने लगते हैं. इस तरह अगर आप यह सोच रहे हैं कि आप अपने बच्‍चे की बदतमीजी को मारपीट कर या डांट-डपट कर ठीक कर सकते हैं तो आपकी सोच गलत है. यहां हम बता रहे हैं कि आप बत्तमीज और जिद्दी (stubborn) होते बच्‍चों में किस तरह से सुधार(discipline) ला सकते हैं. हर माता पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा काबिल बने और उनकी बातें सुनें. ऐसे में इन बातों का विशेष ध्यान रखें पैरंट्स.  

बदतमीज और जिद्दी बच्‍चों की आदतों में इस तरह लाएं सुधार (How to discipline your child)

बच्‍चे का दें समय

यूनीसेफ के एक रिसर्च  में यह पाया गया कि अगर माता पिता बच्चे के लिए समय नहीं निकालते और उनकी परेशानियों को सुनते नहीं, ऐसे बच्‍चे अपने माता पिता या अन्‍य लोगों के साथ बदतमीजी करने लगते हैं और जिद्दी बन जाते हैं. इसलिए टीवी, मोबाइल को बंद कर बच्‍चों के लिए पर्सनल समय निकालें.

अच्‍छी आदतों की करें तारीफ

बच्‍चों की आदतों को सुधारना है तो उनकी अच्‍छी आदतों को रीकॉल करें और उसकी तारीफ करें. बेहतर होगा कि आप तारीफ लोगों के सामने भी करें. इस तरह उसे अच्‍छा काम करने के लिए मोटिवेशन मिलेगा और वह बुरी आदतों को खुद छोड़ने लगेगा.

Advertisement

उन्‍हें गाइड करें

बच्‍चों को सही समय देखकर यह जरूर बताएं कि उनके लिए क्‍या करना अच्‍छा है और क्‍या बुरा. इस तरह वे सही दिशा का चुन पाएंगे और हौसले के साथ उस दिशा में आगे कदम बढ़ा पाएंगे.

Advertisement

क्रिएटिव बनाएं

शोधों में यह पाया गया है कि अगर बच्‍चे को खाली रखने की बजाय अगर क्रिएटिव काम को करने में लगा लिया जाए तो वे कुछ नया करने के लिए अफर्ट करेंगे. इससे उनका दिमाग पॉजिटिव रहेगा और वे अच्‍छा व्‍यवहार करेंगे.

Advertisement

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

Advertisement

Anand Bakshi ने School में पढ़ी कहानी और लिख दिया यह गाना | Bollywood Gold

Featured Video Of The Day
UP By Election Exit Poll: UP में जहां सबसे अधिक मुसलमान वहां SP को नुकसान | Party Politics | UP News
Topics mentioned in this article