बच्चे के रूटीन के ये 9 मिनट होते हैं बहुत सेंसिटिव, पेरेंट्स इस समय जरूर रहें साथ

Good parenting tips : बचपन वह नाजुक समय होता है जिसमें माता-पिता की जरा सी भी लापरवाही बच्चे के दिमाग पर बुरा असर डाल सकती है.

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आप उनके साथ घर में साथ बैठकर कार्टून भी देख सकते हैं या फिर उनको मोरल स्टोरीज सुना सकते हैं.

Parenting tips : बच्चे जब छोटे होे हैं तो वो अपने हर काम के लिए माता-पिता पर निर्भर होते हैं. यह वह समय होता है जब उन्हें मां-बाप की सबसे ज्यादा जरूरत होती है. इस दौरान बच्चे को पेरेंट्स की भावनात्मक तौर पर सबसे ज्यादा जरूरत होती है. बचपन वह नाजुक समय होता है जिसमें माता-पिता की जरा सी भी लापरवाही बच्चे के दिमाग पर बुरा असर डाल सकती है. इसलिए पूरे दिन में 9 मिनट ऐसा होता है जब पेरेंट्स को बच्चों के साथ जरूर होना चाहिए. 

पेरेंटिंग टिप्स

- आपको बता दें कि सुबह जब बच्चा उठता है तो आप 3 मिनट जरूर उसके साथ गुजारिए. वहीं, सोने से पहले भी आप उसके साथ 3 मिनट गुजारिए और स्कूल से आने के बाद भी आप 3 मिनट गुजारिए. 

- इसके अलावा भी आप बच्चे के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड कर सकते हैं, जैसे- आप खाना एक साथ खा सकते हैं, आउटडोर., इंडोर गेम खेल सकते हैं, आप हर वीकेंड पर उनको किसी पार्क और म्यूजियम में घुमाने ले जा सकते हैं. 

- आप उनके साथ घर में साथ बैठकर कार्टून भी देख सकते हैं या फिर उनको मोरल स्टोरीज सुना सकते हैं. इससे आपके और बच्चे के बीच बॉन्ड अच्छा होगा.  

- वहीं, आप ऑफिस से आने के बाद बच्चे ने दिन भर क्या किया है इसके बारे में बातचीत कर सकते हैं. इससे आपको उनके दोस्तों के बारे में उनकी रुचियों के बारे में भी पता लग सकेगा. तो आज से आप अपने बच्चे के साथ इस तरह समय गुजार कर एक हेल्दी रिलेशन बना सकते हैं जो कि, पेरेंट्स होने के लिहाज से बेहद जरूरी है. 

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है. 

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