Cooking in traditional clay : पारंपरकि परिधान हो, गायन हो, नृत्य हो इसका आनंद ही अलग होता है. इन चीजों में जो रस और सरलता होती है वो आजकल आधुनिकता के दौर में कम ही देखने को मिलती है. वहीं खाने के मामले में भी पारंपरिक भोजन का कोई जवाब नहीं होता है वो भी मिट्टी के बर्तनों में पके हुए. इसका स्वाद और खूशबू इतनी जबरदस्त होती है कि खाकर मन खुश हो जाता है. खाने के शौकीनों को तो इस तरह से बने हुए भोजन बहुत पसंद होते हैं. ऐसे में हम आपको यहां क्ले (clay pots) के बर्तनों में खाना पकाने के टिप्स बताएंगे जिससे उसका स्वाद दोगुना हो जाएगा.
मिट्टी के बर्तन में खाना कैसे पकाएं
पानी में भिगोएंअगर आप चाहती हैं कि आपके खाने का स्वाद दोगुना हो जाए तो मिट्टी के बर्तन को कम से कम 15 मिनट के लिए भिगोकर रखें. इससे बर्तन में नमी आती है जो खाने को सूखने नहीं देती है. ऐसा करने से खाने का स्वाद दोगुना तो होता है और वास्तविक पौष्टिकता भी बरकरार रहती है.
चूंकि मिट्टी के बर्तन बहुत नाजुक होते हैं इसलिए उन्हें धीमी आंच पर ही चढ़ाएं. इसके अलावा हांडी को तभी चढ़ाएं जब उसमें आपने अनाज डाल रखा हो पकने के लिए. इससे खाना अच्छे से पकेगा और स्वाद भी बरकरार रहेगा.
जब आप हांडी में खाना बनाएं तो उसको चलाने के लिए लकड़ी के चम्मचों का इस्तेमाल करें. स्टील के इस्तेमाल से बर्तन टूट सकता है. इसलिए इस बात का खास ख्याल रखें.
जब भी आप मिट्टी के बर्तन को चूल्हे से हटाते हैं तो ओवन मिट्स या बेकर के पैड का प्रयोग करें. गर्म बर्तन को आंच से उतारते समय, चाय के तौलिये या लकड़ी के बोर्ड पर रखें. यदि गर्म बर्तन को ठंडी सतह पर रखा जाएगा तो मिट्टी का बर्तन टूट सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है.