Mahatma Gandhi Death Anniversary: भारत के स्वतंत्रता संग्राम के सबसे प्रभावशाली नेताओं में महात्मा गांधी का नाम आता है. गांधी जी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी है और उन्हें बापू और महात्मा गांधी कहकर भी पुकारा जाता है. भारत को अंग्रेजी शासन से मुक्त कराने के लिए महात्मा गांधी ने कई आंदोलन किए थे व देशवासियों को इस जुल्म के खिलाफ साथ लाने का काम किया था. महात्मा गांधी अहिंसा और सत्य का पाठ पढ़ाया करते थे. 30 जनवरी, 1948 में नाथूराम गोडसे ने गोली चलाकर महात्मा गांधी की हत्या कर दी थी. इसके बाद से हर साल इस दिन को बापू की पुण्यतिथि के रूप में याद किया जाता है. ऐसी बहुत सी जगहें हैं जिनसे महात्मा गांधी का नाम जुड़ा तो वो जगहें हमेशा के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गईं. यहां उन्हीं एतिहासिक जगहों (Historic Places) का जिक्र किया जा रहा है जिन्हें महात्मा गांधी ने अमर कर दिया.
महात्मा गांधी से जुड़कर अमर हो गईं ये जगहें
गांधी स्मृतिगांधी स्मृति (Gandhi Smriti) दिल्ली में स्थित है. इस जगह को पहले बिरला हाउस या बिरला भवन कहा जाता था. शहीद होने से पहले बापू की जिंदगी के आखिरी 144 दिन इसी जगह पर बीते थे. यह प्रोपर्टी अब महात्मा गांधी को समर्पित म्यूजियम बन चुकी है.
अहमदाबाद में साबरमती नदी के किनारे बना है साबरमती आश्रम. साल 1917 से 1930 के बीच साबरमती आश्रम ही महात्मा गांधी का घर था. इस जगह को महात्मा गांधी ने शिक्षा का केंद्र बना दिया था जिसमें श्रम और कृषि को भी महत्व दिया जाता था.
कीर्ति मंदिर पोरबंदर में है. यह महात्मा गांधी का मेमोरियल टेंपल है. इसी जगह पर महात्मा गांधी का जन्म हुआ था. इस मंदिर का निर्माण महात्मा गांधी के पैतृक घर के बगल में हुआ है. मंदिर भवन में एक लाइब्रेरी भी है जिसमें गांधीवाद पर किताबें मौजूद हैं.
नई दिल्ली के राजघाट क्षेत्र में नैशनल गांधी म्यूजियम (National Gandhi Museum) स्थित है. यह म्यूजियम महात्मा गांधी के काम और जीवन पर आधारित है. यहां महात्मा गांधी के आर्टवर्क्स और पर्सनल कलेक्शन की चीजें भी रखी गई हैं.
गुजरात के अहमदाबाद में कोचरब आश्रम बना हुआ है. यह माहात्मा गांधी के द्वारा स्थापित पहला आश्रण था. इस आश्रम को सत्याग्रह आश्रम के नाम से भी जाना जाता है. इसकी स्थापना महात्मा गांधी ने 25 मई, 1915 में की थी.