राजस्थान में आज से कुंभलगढ़ फेस्टिवल का आगाज, मेवाड़ में उत्सवों की रौनक

कुंभलगढ़ महोत्सव का आयोजन आज (1 दिसंबर) से हो रहा है. वहीं, दूसरे उत्सव भी कतार में है. अगर कला और संस्कृति में आपकी रुचि है तो कुंभलगढ़ किला आपके लिए सज चुका है. महोत्सव के दौरान रोशनी की सुंदर सजावट से किला भव्य नजर आता है.

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राजस्थान में आज से शुरू हो रहा कुंभलगढ़ फेस्टिवल, दिखेगी देशभर की संस्कृति
प्रतीकात्मक चित्र
नई दिल्ली:

राजस्थान (Rajasthan) सर्दियों में रेगिस्तानी राज्य में आने वाले पर्यटकों के लिए त्योहारों की एक श्रृंखला का गवाह बनेगा, जिसकी शुरुआत आज 1 दिसंबर से कुंभलगढ़ उत्सव (Kumbhalgarh festival) से हो रही है. राज्य पर्यटन विभाग के अनुसार, 'रणकपुर जवाई बंद उत्सव' (Ranakpur Jawai Bandh Utsav) 22 दिसंबर को पाली जिले में शुरू होगा और 30-31 दिसंबर को माउंट आबू पर शरद उत्सव वर्ष 2021 का अंतिम आधिकारिक पर्यटन कार्यक्रम रहेगा. हालांकि, इस तरह के और भी कार्यक्रम हैं, जो आने वाले महीनों में आगंतुकों को लुभा सकते हैं.

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ये उत्सव राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं. पर्यटक इन कार्यक्रमों के लिए बेहद उत्साहित रहते हैं. हाल ही में राजस्थान में गौरवशाली इतिहास और अनूठी स्थापत्य कला के लिए विख्यात बूंदी में 'बूंदी उत्सव' और अलवर जिले में मत्स्य उत्सव (Matsay Utsav) के दौरान भी ऐसे ही रंग देखने को मिले थे. बता दें कि 'बूंदी उत्सव' (Bundi Utsav) के दौरान हाड़ौती के लोक कलाकारों ने अपनी बेहतरीन रंग-बिरंगी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से इसे बेहद खास बना दिया था. अद्भुत चित्र शैली, देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए भी ये बड़ा आकर्षण का केंद्र बना हुआ था.

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राजस्थान पर्यटन के मुख्य सचिव गायत्री राठौर ने कहा कि, सभी मौसमों से समृद्ध राजस्थान की भूमि साल भर उत्सवों के रंग से रंगी रहती है. सर्दियों में कई त्योहार बड़े ही धूम-धाम में मनाये जाते हैं जैसे- पुष्कर मेला व डेजर्ट फेस्टिवल. भारतीय संस्कृति और परंपराओं को संजोकर रखने वाले प्रदेशों में राजस्थान का महत्वपूर्ण स्थान है. राजस्थान के जैसलमेर का डेजर्ट फेस्टिवल भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया में काफी मशहूर और लोकप्रिय है. इस फेस्टिवल का उद्देश्य देश विदेश के लोगों को भारत की संस्कृति, सभ्यता और परंपराओं के बारे में बताना है.

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त्योहारों का कैलेंडर (आधिकारिक)

  • चित्तौड़गढ़ दुर्ग उत्सव - जनवरी 2022.
  • बीकानेर में ऊंट महोत्सव - 8 से 9 जनवरी 2022.
  • जयपुर का पतंग महोत्सव -14 जनवरी 2022.
  • बांसवाड़ा में बनेश्वर मेला - 10 से 14 फरवरी 2022.
  • जैसलमेर का डेजर्ट फेस्टिवल - 14 से 16 फरवरी 2022.
  • भरतपुर में ब्रज होली - 13 से 14 मार्च 2022.
  • जयपुर का धुलंडी महोत्सव - 18 मार्च 2022.
  • शेखावाटी उत्सव - 20 से 22 मार्च 2022.

यह उत्सव का परिदृश्य तब तक गूंजता रहेगा, जब तक कि राजस्थान दिवस समारोह के मेगा समारोह 30 मार्च, 2022 को शीतकालीन त्योहार कैलेंडर संपन्न नहीं हो जाता.

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