Snoring Tips: खर्राटे लेना (snoring) एक बेहद आम समस्या है. कई लोगों के खर्राटों की आवाज इतनी ज्यादा आती है कि वह आस-पास सोने वालों के लिए नींदें उड़ा देती है. दरअसल, ज्यादा और तेज खर्राटे इस बात का संकेत हैं कि सोते समय श्वसन तंत्र में कुछ न कुछ रुकावट है जिसके कारण शरीर के अंदरूनी ऊतकों के कंपन से ये आवाज उत्पन्न हो रही है. अगर आप या आपके आसपास कोई व्यक्ति खर्राटों की समस्या से परेशान है तो चिंता की कोई बात नहीं. यहां हम आपको कुछ आसान घरेलू नुस्खे बता रहे हैं, जिन्हें अपनाकर खर्राटों की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है.
खर्राटों के घरेलू उपाय | Home Remedies for Snoring
जैतून का तेल यानी Olive Oil खर्राटों पर काबू पाने का काफी कारगर उपाय माना जाता है. आपको करना केवल इतना है कि रात को सोते समय जैतून के तेल की कुछ बूंदे नाक में डालनी हैं. इस तेल में सूजन दूर करने का गुण होता है, जिसके कारण सांस लेना आसान हो जाता है और खर्राटों की स्थिति में राहत मिलती है.
हल्दी को अगर सौ परेशानियों का रामबाण इलाज कहा जाए तो गलत नहीं होगा. खर्राटों की समस्या में भी हल्दी कमाल का असर दिखाती है. सोने से पहले एक गिलास हल्दी वाला दूध पीना काफी फायदेमंद माना जाता है. हल्दी के एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी बायोटिक गुण नाक के कंजेशन को कम करने में मदद करते हैं, जिससे खर्राटे लेना कम होता है.
खर्राटे लेने की एक प्रमुख वजह साइनस भी हो सकता है. ऐसी स्थिति में लहसुन बेहद कारगर उपाय है. रात को सोने से पहले लहसुन की कलियों का सेवन करना चाहिए. लहसुन को भूनकर, घी में तलकर या पानी के साथ लिया जा सकता है.
एक गिलास गर्म पानी में शहद और दालचीनी पाउडर डालकर पीने से खर्राटों (Snoring) की समस्या पर काबू पाया जा सकता है. रात को सोते समय इस पेय का सेवन लगातार कुछ दिनों तक करें. खर्राटों की समस्या से जल्द ही निजात मिलेगी
पुदीने की पत्तियों को पानी में उबालकर पीने और मिंट ऑयल (Mint Oil) की कुछ बूंदों को नाक में डालने से भी खर्राटों में राहत मिलती है.
इन उपायों के अलावा श्वसन से संबंधित व्यायाम भी खर्राटों से राहत में काफी कारगर माने जाते हैं. प्राणायाम, अनुलोम-विलोम, कपालभाति जैसे योगासन करने से खर्राटों की परेशानी दूर की जा सकती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.