Kavad Yatra 2023 : सावन शुरू होते ही कांवड़ में गंगाजल भरकर कांवड़ियों का समूह निकल पड़ता है शिव जी के दर्शन के लिए. पूरे रास्ते शिव भक्त कांधे पर कांवड़िया लिए भोलेनाथ के जयकारे लगाते रहते हैं. आपको बता दें कि, यह यात्रा पैदल ही की जाती है. इस दौरान कांवड़ को नीचे बिल्कुल नहीं रखना होता है. अगर आराम करने के लिए कांवड़िए कहीं रूकते हैं, तो कांवड़ को किसी ऊंची जगह पर टांग देते हैं. साथ ही इस दौरान चमड़े के किसी वस्तु का इस्तेमाल भी नहीं किया जाता है और ना ही मदिरा आदि का सेवन किया जा सकता है. ये तो बात हो गई धार्मिक नियमों की, लेकिन आज हम आपको इस आर्टिकल में सेहत और सुरक्षा से जुड़ी कुछ बातों के बारे में बताने वाले हैं, जिसका ध्यान आपको विशेष रूप से रखना चाहिए ताकि, आप किसी तरह के दुर्घटना के शिकार ना हों. आज हम आपको इस लेख में बताने जा रहे हैं कांवड़ यात्रा के दौरान किन बातों का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है.
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कांवड़ यात्रा की सावधानियां
1- सबसे जरूरी बात कांवड़ यात्रा (Kavad yatra niyam) के दौरान शराब, सिगरेट, पान मसाला और सबसे महत्वपूर्ण भांग का सेवन नहीं करना चाहिए. कई लोग सोचते हैं कि यह भोलेनाथ का प्रसाद होता है जो कि गलत है, ऐसा उल्लेख किसी ग्रंथ में नहीं मिलता है. वहीं, यात्रा के दौरान आपको हल्का भोजन करना चाहिए. बहुत ज्यादा तैलीय खाना हाजमा खराब कर सकता है.
2- कांवड़ यात्रा के दौरान आप किसी तरह के अपशब्द का इस्तेमाल ना करें. अपने साथ जाने वाले कांवड़ियों के साथ अच्छा व्यहार करें. किसी भी गलत भाषा का प्रयोग- गाली देना, अपशब्दों का प्रयोग करने से वाद-विवाद हो सकता है. जिससे यात्रा में बाधा आ सकती है.
3- वहीं, आप जब कांवड़ लेकर निकलें तो फुटपाथ पर चलें, बीच सड़क पर चलने से दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं. इसके अलावा आप अगर स्पीकर आदि का इस्तेमाल करते हैं तो बहुत ज्यादा तेज ना चलाएं. वॉल्यूम इतना रखें कि आपके आस-पास की आवाज सुनाई दे सके.
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