How Much Almonds Should One Eat: बादाम वैसे तो बादाम शरीर को भरपूर पोषण (Nutrients) और दिमाग को तरावट देने वाला सूखा मेवा है. बादाम के गुणों और शरीर को उससे मिलने वाले फायदों की फेहरिस्त काफी लंबी है. लेकिन यदि आपने बादाम से मिलने वाले फायदों (Almond Benefits) के चक्कर में अपने आहार में इसकी मात्रा काफी बढ़ा ली है तो सावधान हो जाएं. जरूरत से ज्यादा बादाम का सेवन करने से लेने के देने भी पड़ सकते हैं. यहां हम जानेंगे की ज्यादा बादाम खाने से शरीर को क्या और किस तरह का नुकसान हो सकता है. (Sideeffects Od Almonds)
ज्यादा बादाम रोज खाने के नुकसान side effects how many almonds to eat per day
पाचन में परेशानी
बादाम फाइबर से भरपूर होता है. वैसे तो पाचन के लिए फाइबर काफी जरूरी होता है, लेकिन जरूरत से ज्यादा फाइबर पाचन संबंधी परेशानी खड़ी कर सकता है. ऐसी स्थिति में पेटदर्द, उल्टी, दस्त, कब्ज जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. ऐसी स्थिति न बने इसके लिए जरूरी है कि बादाम खाएं जरूर, लेकिन लिमिट में. यानि जितनी आपकी पाचन क्षमता हो.
वजन का बढ़ना
बादाम में फैट भी पाया जाता है. हालांकि ये मोनोसैचुरेटेड फैट होता है जो दिल के लिए अच्छा होता है. लेकिन अति हर चीज की बुरी होती है. लिहाजा यदि ये फैट भी आवश्यकता से ज्यादा हो जाए तो सेहत को नुकसान पहुंचाता है. ऐसे में वजन तेजी से बढ़ सकता है.
एलर्जी
कई लोगों के बादाम सहित कई प्रकार के ड्राई फ्रूट्स से एलर्जी होती है. ऐसे में बादाम खाने के बाद किसी की स्किन पर लाल चकत्ते, सूजन, खुजली जैसी समस्या आने लगती है. एनाफिलेक्सिस जैसी गंभीर एलर्जी से पीड़ित लोगों को बादाम का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए.
किडनी की समस्या
बादाम में ऑक्सालेट पाया जाता है. ऑक्सालेट की ज्यादा मात्रा किडनी की बीमारियों को जन्म देती है. ऐसे में बादाम का ज्यादा सेवन किडनी संबंधी परेशानियां पैदा कर सकती है. किडनी के रोगियों को भी ज्यादा बादाम खाने से बचना चाहिए.
विटामिन ई की अधिकता
बादाम विटामिन ई से भरपूर होता है. वैसे तो विटामिन ई स्किन और बालों के लिए बेहद जरुरी होता है. लेकिन यदि शरीर में इसकी मात्रा बढ़ गई तो ये रक्तस्त्राव यानि ब्लीडिंग की वजह भी बन सकता है.
न्यूट्रिएंट्स के अब्जॉर्प्शन में परेशानी
बादाम में फायटिक एसिड पाया जाता है. फाइटिक एसिड की अधिकता से बॉडी में दूसरे न्यूट्रिएंट्स को अब्जॉर्ब करने में परेशानी होती है. बादाम को भिगोकर खाने से उसमें फाइटिक एसिड की मात्रा कम हो जाती है. इसलिए बादाम को भिगोकर खाना फायदेमंद है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.