Medicine in Diabetes: डायबिटीज जीवनशैली से जुड़ी ऐसी बीमारी है जिसमें दवा के साथ-साथ खान पान का काफी परहेज करना पड़ता है. डायबिटीज टाइप 2 में लगातार खानपान का परहेज जरूरी है क्योंकि किसी भी वक्त मरीज का ब्लड शुगर बढ़ सकता है. कई बार शुगर पेशेंट का ब्लड शुगर लंबे समय तक नॉर्मल रहे तो कुछ लोग दवा खाना बंद कर देते हैं. वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि शुगर की दवा हमेशा खानी पड़ती है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या ब्लड शुगर नॉर्मल होने पर मरीज को शुगर की दवा बंद कर देनी चाहिए. तो चलिए इस सवाल का जवाब एक्सपर्ट से जानते हैं.
क्या ब्लड शुगर नॉर्मल होने पर दवा बंद करना सही है- is it ok to stop medicine while blood sugar is normal
हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि खानपान के साथ-साथ दवा ही वो चीज है, जो ब्लड शुगर को नॉर्मल करने में मदद करती है. दरअसल दवा ही शुगर को सही तौर पर रेगुलर कर सकती है. ऐसे में अगर कोई मरीज दवा लेना बंद करता है, तो उसका ब्लड शुगर फिर से बढ़ सकता है. इसलिए मरीज को लगातार दवा लेते रहना चाहिए.अगर मरीज दवा बंद करता है, तो ग्लूकोज का स्तर तेजी से बढ़ेगा और मरीज एसिडोसिस जैसी जानलेवा बीमारी के रिस्क में आ सकता है.
शुगर में दवा बंद करना हो सकता है खतरनाक - stop medicine in sugar can be risky
दवा के जरिए लगभग सभी शुगर मरीजों के शरीर में ग्लूकोज का स्तर कंट्रोल में रहता है. कुछ लोग ऐसा सोचते हैं कि ग्लूकोज कंट्रोल में है तो दवा बंद करने में कोई बुराई नहीं है. लेकिन जैसे ही वो दवा बंद करते है,उनके शरीर में ग्लूकोज का लेवल तेजी से हाई हो जाता है. दरअसल डायबिटीज रिवर्सल यानी डायबिटीज का बिल्कुल खत्म होना बहुत ही कम देखा जाता है. अगर किसी मरीज ने शुरुआती लक्षणों को समझ कर परहेज किया और दवा खाई तो हो सकता है कि ब्लड शुगर लंबे समय तक कंट्रोल में रहे. लेकिन अक्सर ऐसा हो नहीं पाता है क्योंकि कुछ लोग दवा छोड़ देते हैं औऱ कुछ लोग सही से परहेज नहीं कर पाते.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.