क्या सोते हुए बच्चे को दूध पिलाने के लिए जगाना अच्छा है? बच्चों की डॉक्टर ने बताया ऐसा करना चाहिए या नहीं

Parenting Tips: बच्चा अगर लंबे समय तक सोता रहता है तो उसे दूध पिलाने के लिए मां जगा देती हैं. बच्चों की डॉक्टर ने बताया कि ऐसा करना चाहिए या नहीं. डॉक्टर की यह सलाह सभी पैरेंट्स को जान लेनी चाहिए.

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डॉक्टर ने बताया दूध पिलाने के लिए सोते हुए बच्चे को जगाना चाहिए या नहीं.

Parenting: छोटे बच्चे का ज्यादातर समय सोने में ही गुजरता है. खासतौर से जन्म से एक से डेढ़ साल का बच्चा लंबे समय तक सोता है और कभी भी सो जाता है. ऐसे में बच्चे ने अगर बहुत देर तक दूध नहीं पिया होता है तो मां उसे उठाकर दूध पिला देती है. लेकिन, बच्चों की डॉक्टर ने बताया कि ऐसा करना सचमुच सही है या नहीं. अपने सोशल मीडिया पर शेयर किए गए एक वीडियो में पीडियाट्रिशियन डॉ. रैना बरार ने बताया है कि दूध पिलाने (Feeding) के लिए बच्चे को नींद से जगाना चाहिए या नहीं. सभी पैरेंट्स को डॉक्टर की यह सलाह एक बार सुन लेनी चाहिए.

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बच्चे को नींद से जगाकर दूध पिलाना चाहिए या नहीं

डॉ. रैना बरार का कहना है कि हर 3-4 घंटे में बच्चे को दूध पिलाने के लिए उसे नींद से नहीं जगाना चाहिए. बच्चा जितनी देर सोना चाहता है आप उसे उतनी देर सोने दे सकती हैं. 6 से 8 घंटे भी अगर बच्चा सोना चाहता है उसे सोने दें.

बच्चे को जगाकर दूध कब पिलाना चाहिए

डॉक्टर ने बताया कि ऐसी 2 स्थितियां हैं जब आप बच्चे को नींद से जगाकर दूध पिला सकती हैं. पहला, अगर बच्चा 15 दिन से छोटा है तो आपको कम-कम अंतराल में बच्चे को दूध पिलाना ही होगा. दूसरा, अगर बच्चे का वजन नहीं बढ़ रहा है या उसे किसी तरह की स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत है तो बच्चे को डॉक्टर से स्पेसिफिक एडवाइज की जरूरत होगी. इन दो स्थितियों के अलावा बच्चे को नींद से जगाकर दूध नहीं पिलाना चाहिए, उसे सोने देना चाहिए.

बच्चा पूरी नींद नहीं लेगा तो क्या होगा
  • अगर बच्चे की नींद पूरी नहीं होगी तो इसका असर उसकी ब्रेन डेवलपमेंट पर पड़ेगा.
  • बच्चे की इम्यूनिटी (Immunity) भी नींद की कमी से प्रभावित होती है.
  • बच्चे की ग्रोथ पर असर पड़ता है.
  • शरीर में ग्रोथ हार्मोंस सोने के दौरान रिलीज होते हैं. इसीलिए बच्चे की नींद पूरी होना जरूरी है.
  • बच्चा अगर नींद पूरी नहीं कर पाता तो इससे उसका मूड चिड़चिड़ा रहता है.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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