Yoga in diabetes : आजकल हर घर में एक व्यक्ति ब्लड शुगर से पीड़ित मिल ही जाएगा. यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें आपको अपने खान पान में सख्ती बरतनी पड़ती है. जरा सी भी ढिलाई आपके खून में शुगर लेवल को बढ़ा सकती है. जिस तरह से इस गंभीर बीमारी में डाइट का खास ख्याल रखना पड़ता है ब्लड शुगर मेंटेन (blood sugar maintain tips) रखने के लिए वैसे ही कुछ योगासनों को भी करना बहुत जरूरी हो जाता है डायबिटीज को मैनेज करने के लिए, ऐसे में आज हम आपको यहां पर कुछ 5 आसनों के बारे में बताएंगे जिससे आप अपने रक्त शर्करा को मेंटेन कर सकते हैं.
डायबिटीज रोगियों के लिए 4 योगासन | Yogasana for Diabetes patient
मंडूकासन | Mandukasanaयह आसन मेंढ़क (frog jumping) जैसी चाल वाला होता है, इसलिए इसका नाम मंडूक रखा गया है. इसे करने डायबिटीज कंट्रोल में रहती है. जिनका ब्लड शुगर लेवल बढ़ा रहता है, उन्हें तो इस आसन को जल्द से जल्द शुरू कर देना चाहिए.
ये आसन करने से भी डायबिटीज रोगियों को बहुत राहत मिलती है. इस आसन का अर्थ होता है शरीर के आधे हिस्से को मोड़ना. इसके अभ्यास से भी ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहेगा. इसको करने से कब्ज, सर्वाइकल, पीरियड में होने वाली परेशानी से राहत मिलेगी.
इस आसन को करने से भी डायबिटीज में राहत मिलेगी. यह आपकी नसों को मजबूती प्रदान करता है. साथ ही इम्यूनिटी (Immunity booster) भी मजबूत होती है. कपालभाति से मेटाबोलिज्म (metabolism) भी बूस्ट होती है. इसको करने से मेमोरी (memory booster) भी मजबूत होती है.
यह आसन करने में बहुत आसान होता है. इसे करने से शरीर में शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है. बालासन से तनाव और अवसाद भी कम होता है. साथ ही इससे बॉडी में लचक भी बनी रहती है.
डायबिटीज में योग करने से क्या होता है
ब्लड शुगर को बढ़ाने में तनाव सबसे बड़ा कारक होता है. इसके कारण उच्च रक्तचाप, हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है और इंसुलिन भी प्रभावित होता है. ऐसे में योग तनाव के स्तर को कम करता है, जिससे मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद मिलती है.
योग हृदय की समस्याओं के कारक, जैसे- कोलेस्ट्रॉल, बॉडी मास इंडेक्स और रक्तचाप बैलेंस करने में मदद करता है. योग का नियमित अभ्यास करने पर हृदय की समस्याओं के लिए जिम्मेदार रक्त वाहिकाओं में होने वाले बदलावों में कमी आती है. इसलिए योग से मधुमेह से जुड़े हृदय रोगों का खतरा कम से कम हो जाता है.
इतनी ही नहीं यह यह मोटापे और मधुमेह टाइप-2 वाले लोगों में रक्त शर्करा के स्तर में भी सुधार करता है. हर दिन लगभग 20-30 मिनट के लिए मधुमेह के इलाज के लिए योग का अभ्यास करने से तंत्रिका चालन में सुधार करने में मदद मिलती है.
अस्वीकरण : सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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