आजकल के व्यस्त लाइफस्टाइल की वजह से लोगों के पास योग और व्यायाम करने का समय नहीं है. अगर नियमित रूप से योग किया जाए तो आप शारीरिक और मानसिक तौर पर हमेशा स्वस्थ रह सकते हैं. वहीं, ऐसे बहुत से लोग हैं जो कम लंबाई (Height) से परेशान रहते हैं, खासतौर से माता-पिता की यह चिंता रहती है कि किस तरह बच्चे की लंबाई बढ़ाई जा सके. ऐसे में यहां बताए योगासन आपके बच्चे की भी लंबाई तेजी से बढ़ा सकते हैं. हर साल 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जाता है. इस मौके पर जानिए लंबाई बढ़ाने वाले योगासन (Yoga Poses) कौन-कौनसे हैं.
लंबाई बढ़ाने के लिए 3 योगासन | 3 Yoga Poses To Increase Height
ताड़ासन- ताड़ासन का अर्थ है ताड़ के पेड़ के समान आसन. लंबाई बढ़ाने लिए योग करना सबसे अच्छा माना जाता है.
- सीधे खड़े होकर दोनों पैरों को साथ में करें.
- हाथों को ऊपर की ओर उठाकर उंगलियों को आपस में मिलाएं.
- एड़ियों को ऊपर उठाएं और पूरे शरीर का संतुलन बनाए रखें.
- गहरी सांस लें और छोड़ें.
- इस स्थिति को कुछ सेकंड से लेकर एक मिनट तक बनाए रखें.
- अपनी उंगलियों को आनलॅाक करें और उन्हें वापस नीचे करें.
- यह आसन शरीर को लंबा करने, रीढ़ की हड्डी को सीधा करने और संतुलन और स्थिरता को बढ़ाने में मदद करता है.
- इस आसन का नाम पश्चिम (पीछे) और उत्तान (खिंचाव) से बना है, जो इस आसन के दौरान शरीर के पिछले हिस्से के खिंचाव को दर्शाता है.
- सीधे बैठ जाएं और दोनों पैरों को आगे की ओर फैलाएं.
- सांस लेते हुए दोनों हाथों को ऊपर उठाएं.
- सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें और अपने पैरों को हाथों से पकड़ने की कोशिश करें.
- अपनी छाती को पैरों की ओर ले जाने का प्रयास करें और माथे को घुटनों से छूने की कोशिश करें.
- इस मुद्रा में कुछ देर तक रुकें, फिर धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं.
- वृक्षासन (Vrikshasana) एक महत्वपूर्ण आसन है. इसे वृक्ष की मुद्रा भी कहा जाता है.
- अपनी पीठ को सीधा रखें और सीधे खड़े हो जाएं.
- अपने दाहिने पैर को उठाएं और अपने बाएं पैर पर मजबूती से संतुलन बनाएं. आपका दाहिना पैर घुटने पर मुड़ा होना चाहिए.
- अपनी बाईं जांघ के अंदरूनी हिस्से को अपने दाहिने पैर से लगाएं. सुनिश्चित करें कि आपके दाहिने पैर की उंगलियां नीचे की ओर हैं.
- छाती के स्तर पर अपनी हथेलियों को प्रार्थना की स्थिति में जोड़ लें. अपने हाथों को अपने सिर के ऊपर उठाएं, अपने हाथों को ऊपर की ओर फैलाएं.
- समय-समय पर गहरी सांस लेते हुए मुद्रा को होल्ड करें.
- अपनी बाहों को छाती के स्तर तक नीचे करने के बाद अपनी हथेलियों को अलग करें.
- अपने दाहिने पैर को सीधा करके खड़े होने की स्थिति में लौट आएं.
प्रस्तुति- शालू शुक्ला
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.