International Day of Charity 2022: हर साल 5 सितंबर के दिन एंटरनेशनल डे ऑफ चैरिटी मनाया जाता है. यह दिन मदर टेरेसा (Mother Teresa) को समर्पित है और उनकी पुण्यतिथि पर मनाया जाता है. मदर टेरेसा की गरीबी और दुख को दूर करने के संघर्ष और शांति फैलाने की कोशिश पर 1979 में नोबेल पीस पुरस्कार भी दिया गया था. जीवन में किसी और की मदद (Help) करना ऐसा गुर है जो सभी में पाया जाना मुश्किल है, लेकिन बच्चों (Children) को बचपन से ही अच्छे उदाहरण देकर दूसरों के प्रति उदार भाव वाला बनाया जा सकता है. यहां ऐसे ही कुछ तरीके बताए गए हैं जो बच्चों को जीवन के किसी भी मोड़ पर जरूरतमंद की मदद करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे.
बच्चों को इस तरह करें चैरिटी से वाकिफ | Teaching Children About Charity
वॉलंटियर करना सिखानाबच्चों को छोटी उम्र से ही दूसरों की मदद के लिए आगे बढ़ना सिखाएं. बच्चों को महीने में एकबार या किसी भी खास अवसर पर एनजीओ या अनाथ आश्रम और व्रद्धाश्रम लेकर जाएं और खुद भी वहां के कामों में हाथ बटाएं और बच्चों को भी आगे बढ़कर कुछ काम वगैरह करने को कहें. यह उसकी आदत में भी आएगा.
बच्चे को यह सिखाना जरूरी है कि चीजें बांटना (Sharing) अच्छी बात है. जब किसी को जरूरत हो तो बच्चे अपनी चीजें उन्हें दे सकते हैं. छोटी उम्र से ही बच्चे अपनी चीजों के प्रति अत्यधिक लगाव के चलते किसी की मदद ना करें यह सही नहीं है. इस तरह बच्चे अपने खिलौने और ना पहने जाने वाले कपडे़ और पुरानी किताबें भी खुशी-खुशी दान करना सीखेंगे.
जितना ज्यादा समाज मटीरियलिस्टिक होता जा रहा है उतना ही जरूरी है बच्चे को यह समझाना कि मूल्य पैसों से ज्यादा भावनाओं में होता है. उसे सिखाएं कि अपने पास कोई अच्छी चीज हो तो दूसरे बच्चे को चिढ़ाएं नहीं बल्कि समझें कि हो सकता है उसका परिवार उसे मूल्यवान चीजें दिलाने में असमर्थ हो. अहंकार बच्चों को दूसरों के दुखों को नजरअंदाज करना सिखाता है.
बच्चों को अक्सर ही अपने जन्मदिन से खासा लगाव होता है. आप उन्हें इस दिन जरूरतमंदों की मदद करने के बारे में समझाते हुए खाना बांट सकते हैं. इसके अलावा कहीं अनाथालय आदि में जाकर भी दूसरे बच्चों के साथ जन्मदिन मनाकर उन्हें भी पार्टी दी जा सकती है. हालांकि यह सब सिर्फ सोशल मीडिया (Social Media) के दिखावे के लिए ना करें.