Eating Too Much Sugar and Its Side Effects in Kids: मीठा आमतौर पर सभी को पसंद होता है. खासकर बच्चों की बात करें तो वो मीठे के काफी शौकीन होते हैं. बचपन में मेहमान और घर के लोग उन्हें कैंडी, चॉकलेट, केक और कुकीज आदि खिलाते हैं और आगे जाकर बच्चों को इनकी लत लग जाती है. देखा जाए तो ज्यादा मीठे का सेवन केवल बड़ों को ही नहीं बच्चों (Side Effect of consumption of sugar for Kids) को भी नुकसान करता है. बच्चों के साथ परेशानी ये है कि वो मना करने के बावजूद मीठा खाने पर रोक नहीं लगा पाते हैं. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ का कहना है कि ज्यादा मीठा खाने से बच्चों को को न केवल शारीरिक दिक्कतें होती हैं, बल्कि ये मीठा खाने की आदत आगे जाकर ड्रग एडिक्शन की तरह की लत में बदल जाती है. इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि बच्चों को (Eating Too Much Sugar is bad for Kids) आरंभ से ही ज्यादा मीठे से दूर रखना समझदारी है. चलिए आज जानते हैं कि ज्यादा मीठे के सेवन से बच्चों की लाइफ (How Eating Too Much Sugar bad for Children) पर कितना और कैसा बुरा असर पड़ता है.
वजन बढ़ने के रिस्क (Weight Gain)
- बच्चों को अगर ज्यादा मीठा खाने की लत लग जाए तो उनका वजन बढ़ने लगता है.
- ज्यादा शुगर से भरे पदार्थ जैसे कैंडी, पेस्ट्री, केक, कुकीज आदि हाई कैलोरी युक्त होते हैं.
- देखा जाए तो इन सभी शुगर वाली चीजों में पोषण तत्व नहीं होते हैं.
- अगर बच्चा डेली इन चीजों को खाता है तो कुछ ही समय में उसके वजन पर असर पड़ना शुरू हो जाता है.
- अगर वजन बढ़ता है तो जल्द ही शुगर भी होने के खतरे बढ़ जाते हैं.
- बढ़ा हुआ वजन केवल शुगर नहीं बल्कि दिल संबंधी बीमारियों का भी रिस्क पैदा कर सकता है.
- डब्लूएचओ भी कहता है कि बचपन में बढ़ते हुए वजन के लिए ज्यादा मीठा काफी हद तक जिम्मेदार कहा जा सकता है.
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दांत खराब होना (Dental Problems)
- दांतों में कैविटी होने के लिए ज्यादा मीठे का सेवन जिम्मेदार कहा जाता है.
- दांतों की परेशानी केवल इसलिए नहीं होती है कि कोई ज्यादा मीठा खाता है.
- दांतों के बीच बैठे बैक्टीरिया जब ज्यादा मीठा खाते हैं तो वो एसिड बनाते हैं.
- ये एसिड दांतों को समय से पहले खराब कर डालता है.
- बैक्टीरिया दांतों के इनेमल को खराब कर डालते हैं जिससे दांतों में कैविटी हो जाती है.
अधिक एनर्जी बनना (Instant Energy Spike)
- ज्यादा मीठा खाने के बाद बच्चे के शरीर में एकाएक काफी एनर्जी आ जाती है.
- आपने देखा होगा कि मीठा खाने के बाद बच्चे ज्यादा कूदते और उछलते हैं.
- कई बार बच्चे दीवार से टकराते हैं, कूदते और गिरते हैं.
- दरअसल ज्यादा मीठा खाने से ब्लड शुगर में स्पाइक आता है.
- इस स्पाइक की वजह से इंस्टेंट एनर्जी बनती है और ये एनर्जी कुछ ही देर में कम हो जाती है.
- इससे बच्चे का मूड स्विंग होता है, वो चिड़चिड़ापन महसूस करता है.
- इस वजह से बच्चे को फोकस करने में भी दिक्कत होती है.
क्रोनिक बीमारियों का रिस्क (Chronic Diseases Risk)
- ज्यादा मीठा खाने से कम ही उम्र में पुरानी बीमारियों का खतरा पैदा हो जाता है.
- ज्यादा मीठे के सेवन से बच्चे कम ही उम्र में कई तरह की क्रोनिक बीमारियों के शिकार बन जाते हैं.
- ऐसे में उनकी यंग एज और आगे की उम्र में ये बीमारियां ज्यादा खतरनाक हो जाती हैं.
इम्यून सिस्टम पर असर (Effects on Immune System)
- अगर बच्चा ज्यादा मीठा खाता है तो उसके इम्यून सिस्टम पर बुरा असर पड़ता है.
- ज्यादा मीठे के सेवन की वजह से इम्यून सिस्टम पर प्रेशर पड़ता है.
- इससे इम्यून सिस्टम के कामकाज पर भी बुरा असर पड़ता है और वो शरीर का बचाव करने में नाकामयाब होने लगता है.
- इम्यून सिस्टम कमजोर होने से बच्चे बाहरी बैक्टीरिया और इंफेक्शन के प्रति सेंसेटिव हो जाते हैं.
- ऐसे बच्चे बार बार बीमार पड़ने लगते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.