How to quit smoking: धूम्रपान सेहत के लिए बेहद हानिकारक है. ये बात अधिकतर लोग जानते हैं. हालांकि, कई लोगों की शिकायत होती है कि लाख कोशिश करने के बाद भी वे बीड़ी-सिगरेट की लत को छोड़ नहीं पाते हैं. निकोटिन की वजह से शरीर और दिमाग दोनों इसकी आदत डाल लेते हैं. जब वे इसे छोड़ने की कोशिश करते हैं, तो उन्हें चिड़चिड़ापन, बेचैनी और सिरदर्द जैसी परेशानियां होने लगती हैं. अगर आप भी इन्हीं लोगों में से एक हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है. इसके लिए हाल ही में फेमस आयुर्वेदिक न्यूट्रिशनिस्ट श्वेता शाह ने एक आसान और असरदार उपाय बताया है. आइए जानते हैं इसके बारे में-
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कैसे पाएं बीड़ी-सिगरेट की लत से छुटकारा?
इसके लिए न्यूट्रिशनिस्ट श्वेता शाहने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में एक खास हर्बल इंफ्यूज्ड वाटर (Herbal Infused Water) का जिक्र किया है. वे कहती हैं, इस पानी का सेवन धूम्रपान छोड़ने में मदद कर सकता है. यह शरीर को अंदर से शांत करता है, फेफड़ों की सफाई में मदद करता है और निकोटिन की तलब को कम करता है.
कैसे बनाएं ये हर्बल पानी?- इसके लिए आपको 5-7 तुलसी की पत्तियां
- 1/2 चम्मच अजवाइन
- 1 छोटा टुकड़ा मुलेठी
- 2-3 लौंग
- 1 चम्मच ब्राह्मी पाउडर या पत्ते और
- 1 चम्मच शंखपुष्पी पाउडर या फूल की जरूरत होगी.
इन सभी चीजों को एक लीटर गर्म पानी में डालकर 10-15 मिनट तक ढककर रख दें. इसके बाद इस पानी को छान लें और दिनभर धीरे-धीरे पिएं.
तुलसी
न्यूट्रिशनिस्ट बताती हैं, तुलसी नसों को शांत करती है और निकोटिन की क्रेविंग कम करती है.
अजवाइनअजवाइन बलगम निकालने में मदद करती है और बेचैनी कम करती है.
मुलेठीमुलेठी का मीठा स्वाद मुंह की तलब को संतुष्ट करता है और गले की जलन घटाता है.
लौंगलौंग चबाने से सिगरेट पीने की इच्छा कम होती है.
ब्राह्मी और शंखपुष्पीवहीं, ये दोनों जड़ी-बूटियां मन को शांत रखती हैं और निकोटिन छोड़ने से होने वाली स्ट्रेस में मदद करती हैं.
इस तरह इस पानी का सेवन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है.
ये टिप्स भी आएंगी कामइससे अलग न्यूट्रिशनिस्ट ने कुछ खास टिप्स भी शेयर की हैं. जैसे-
- पॉकेट में लौंग, इलायची या सौंफ रखें. जब भी सिगरेट पीने की इच्छा हो, इन्हें चबाएं.
- सुबह अनु तेल या गाय के घी की 2-2 बूंदें नाक में डालें (नस्य कर्म). इससे श्वसन तंत्र मजबूत होता है.
- इन सब से अलग रोज अनुलोम-विलोम प्राणायाम करें, इससे चिंता और तनाव कम होता है.
अगर आप नियमित रूप से यह पानी पीते हैं और साथ ही सिगरेट से दूरी बनाकर रखते हैं, तो लगभग 10-15 दिनों में फर्क महसूस होना शुरू हो जाता है. धीरे-धीरे क्रेविंग कम होने लगती है और सांस लेने में भी हल्कापन महसूस होता है. न्यूट्रिशनिस्ट कहती हैं, यह आयुर्वेदिक पानी न केवल आपकी धूम्रपान की आदत को कम करता है, बल्कि शरीर को अंदर से डिटॉक्स भी करता है और फेफड़ों को साफ रखने में मदद करता है. ऐसे में आप आज से ही इस नुस्खे को आजमाकर देख सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.