Parenting Tips: क्या आपका बच्चा भी मिट्टी खाता है और लाख समझाने के बाद भी वो ये आदत छोड़ नहीं पा रहा है? अगर हां, तो ये आर्टिकल आपके बड़े काम आ सकता है. यहां हम आपको एक बेहद आसान ट्रिक बता रहे हैं, जो बच्चों की इस गंदी आदत को छुड़ाने में आपकी मदद कर सकती है. इस ट्रिक के बारे में फेमस आयुर्वेदिक डॉक्टर रोबिन शर्मा ने बताया है. आइए समझते हैं इस बारे में विस्तार से-
मिट्टी क्यों खाते हैं बच्चे?
मिट्टी खाने की आदत को मेडिकल भाषा में 'पिका' (Pica) कहा जाता है. आमतौर पर ये आदत 2 साल से अधिक उम्र के बच्चों में देखी जाती है. वहीं, हेल्थ एक्सपर्ट्स इसके पीछे पोषण की कमी को अहम जिम्मेदार बताते हैं. यानी शरीर में कुछ जरूरी पोषक तत्वों की कमी के चलते बच्चे को मिट्टी खाने की आदत लग सकती है. हालांकि, अगर इस स्थिति पर समय रहते ध्यान न दिया जाए, तो इसका मासूम की सेहत पर बेहद खराब असर पड़ सकता है.
मिट्टी खाने से बच्चा पेट में तेज दर्द, पेट में कीड़े, खराब गट हेल्थ या एनीमिया जैसी समस्याओं से जूझ सकता है.
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कैसे पाएं इस परेशानी से छुटकारा?
मामले को लेकर आयुर्वेदिक डॉक्टर रोबिन शर्मा ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में डॉक्टर बताते हैं, 'अगर बच्चा मिट्टी खाता है, तो इस आदत को दूर करने के लिए आप उसे केला और शहद खाने के लिए दे सकते हैं.'
डॉक्टर रोबिन शर्मा से अलग कुछ अन्य हेल्थ रिपोर्ट्स बताती हैं, केले में आयरन, पोटैशियम और फाइबर प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो शरीर में पोषण की कमी को दूर करने में मदद करते हैं. इससे बच्चों में मिट्टी खाने की इच्छा कम होने लगती है.
दूसरी ओर शहद में प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो पाचन को सुधारते हैं और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं. इससे भी बच्चा मिट्टी खाने की आदत को खुद छोड़ने लगता है.
कैसे करें सेवन?- इसके लिए एक पका हुआ केला लें और उसे अच्छी तरह मैश करें.
- अब, इसमें एक चम्मच शुद्ध शहद मिलाएं.
- इस मिश्रण को बच्चे को दिन में एक बार, भोजन के बाद दें.
यह तरीका बच्चे के शरीर में आवश्यक पोषक तत्वों की कमी को दूर करने में मदद करेगा, जिससे मिट्टी खाने की इच्छा कम हो सकती है.
इन बातों का रखें ध्यान- ध्यान रखें कि ये तरीका केवल 1 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए है.
- बहुत छोटे बच्चे को शहद देने से बचें.
- अगर समस्या बनी रहती है, तो बिना देरी किए एक बार डॉक्टर से परामर्श जरूर लें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.