How to remove darkness around the mouth: होंठों के आसपास की स्किन का डार्क हो जाना एक आम समस्या है. खासकर महिलाओं में यह ज्यादा देखने को मिलती है. अधिकतर लोग मानते हैं कि ये उनकी स्किन टोन की वजह से है, जबकि इसके पीछे कुछ और कारण भी जिम्मेदार हो सकते हैं. ऐसे में अगर आपकी स्किन भी होंठ के आसपास से डार्क पड़ने लगी है, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है. आइए एक्सपर्ट से जानते हैं इसका कारण, साथ ही जानेंगे इस परेशानी से निजात कैसे पाई जा सकती है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
इसे लेकर सर्टिफाइड स्किनकेयर कंसल्टेंट और कोच निपुन कपूर ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में वे बताती हैं, ये समस्या ज्यादातर अंदरूनी हेल्थ और स्किन केयर की गलतियों से जुड़ी होती है.
क्यो डार्क पड़ने लगती है मुंह के पास की स्किन?विटामिन और मिनरल की कमी
स्किनकेयर एक्सपर्ट के मुताबिक, इसके पीछे शरीर में आयरन, हीमोग्लोबिन और विटामिन D की कमी एक कारण हो सकता है.
थायरॉइड असंतुलनथायरॉइड की समस्या होने पर पिगमेंटेशन अक्सर सबसे पहले मुंह के आसपास दिखाई देती है.
सन एक्सपोजर और स्किन डिहाइड्रेशनइन सब से अलग धूप में ज्यादा रहना या स्किन को सही तरीके से मॉइस्चराइज न करना भी डार्कनेस को बढ़ा देता है.
निपुन कपूर बताती हैं, अगर आपकी स्किन अचानक डार्क पड़ रही है, तो सबसे पहले एक फुल ब्लड टेस्ट करवाना चाहिए. इसमें आयरन, हीमोग्लोबिन, विटामिन D और थायरॉइड की जांच जरूरी है. अगर इनमें कोई कमी हो, तो आप डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह से सप्लीमेंट्स ले सकते हैं. नियमित 3-4 महीने तक सही सप्लीमेंट्स लेने से शरीर अंदर से हेल्दी होता है और स्किन पर भी इसका असर साफ दिखता है.
स्किनकेयर रूटीननिपुन आगे कहती हैं, सिर्फ अंदरूनी हेल्थ ही नहीं, बाहर से भी स्किन की देखभाल जरूरी है. इसके लिए सुबह और रात सही स्किनकेयर रूटीन अपनाना चाहिए.
- चेहरा धोने के बाद अल्फा आर्बुटिन और नियासिनमाइड लगाएं.
- अगर विटामिन C आपकी स्किन को सूट करता है, तो इसे अल्फा आर्बुटिन के साथ लेयर करें.
- इसके बाद आई क्रीम, मॉइस्चराइजर और सनस्क्रीन जरूर लगाएं.
- हफ्ते में तीन बार एजेलिक एसिड और नियासिनमाइड का इस्तेमाल करें.
- हफ्ते में दो बार रेटिनॉल और नियासिनमाइड लगाएं.
- बाकी रातों में कोजिक एसिड और नियासिनमाइड का कॉम्बिनेशन यूज करें.
- हर रात इन प्रोडक्ट्स के बाद चेहरे पर एक बैरियर रिकवरी क्रीम जरूर लगाएं. इससे स्किन ड्राई नहीं होती है.
- स्किनकेयर एक्सपर्ट कहती हैं, एक्टिव इंग्रेडिएंट्स को धीरे-धीरे इंट्रोड्यूस करें. पहले नियासिनमाइड से शुरू करें, फिर अल्फा आर्बुटिन, उसके बाद एजेलिक एसिड, रेटिनॉल और आखिर में कोजिक एसिड लगाएं.
- हर प्रोडक्ट के इस्तेमाल से पहले हमेशा पैच टेस्ट करें. अगर ऐसा करने पर आपको चेहरे पर जलन, खुजली या एलर्जी जैसा महसूस हो, तो तुरंत इस्तेमाल बंद कर दें.
- इन सब से अलग धूप में निकलते समय सनस्क्रीन का इस्तेमाल जरूर करें.
निपुन कपूर के मुताबिक, इन छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर और सही स्किन केयर रूटीन फॉलो कर आप मुंह और होंठों के आसपास की डार्कनेस को आसानी से कम कर सकते हैं. हालांकि, नतीजे दिखने में आपको कम से कम 2–3 महीने लग सकते हैं. ऐसे में नियमित तौर पर स्किन केयर रूटीन जारी रखें. इससे आप अपनी स्किन को एक बार फिर ब्राइट और ग्रोइंग बना सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.