मोबाइल छीनने पर बच्चा लगता है चीखने-चिल्लाने और चीजें फेंकने, तो यहां जानिए उसके गुस्से को कंट्रोल करने का आसान तरीका

आज हम आपको इस आर्टिकल में कुछ ऐसे टिप्स बताने वाले हैं जिससे आप अपने बच्चे के गुस्से को आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं. 

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How to control child anger : बच्चे का गुस्सा होना एक इमोशन है. यह एक सामान्य बात है, लेकिन जब बच्चे का गुस्सा आक्रामक हो जाए तो फिर इसपर गंभीरता से माता-पिता को सोचना चाहिए. क्योंकि यह एक नॉर्मल बिहेवियर नहीं है. आप बच्चे की आक्रामक रवैये को नजरअंदाज न करें.आज हम आपको इस आर्टिकल में कुछ ऐसे टिप्स (parenting tips) बताने वाले हैं जिससे आप अपने बच्चे के गुस्से को आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं. क्या आप भी चाहते हैं 100 साल तक जीना, फिर रात में इस टाइम पर जरूर खाइए ये 4 चीजें

आपको बता दें कि जो बच्चे मोबाइल छिनने, मनपसंद चीजें न मिलने और उनकी बात न मानने पर चीखने चिल्लाने लगते हैं या चीजें फेंकने लगते हैं, तो ऐसे बच्चे अपने आपको कमजोर महसूस करते हैं. असल में बच्चे को जब लगता है की बाकी भाई बहनों के मुकाबले उसको कम तवज्जो मिल रही है तो फिर वो आक्रामक रवैया अपनाता है. 

असल में बच्चा आक्रामकता से पॉवर गैप को भरने की कोशिश करता है. धीरे-धीरे यही उसका स्वभाव बन जाता है.  फिर बच्चे को गुस्सा दिखाने में मजा आने लगता है, जो कि ठीक नहीं है. 

ऐसे बच्चों के लिए माता-पिता को उसके ट्रिगर प्वाइंट को समझना होगा. असल में कई बार बच्चे के दोस्त चुहल करते हैं, उसे छेड़ते हैं और गुस्सा होने पर मजे लेते हैं जिससे मासूम दिन प्रतिदिन एंग्री बर्ड बनता जाता है. 

तो आप इस बात को ख्याल रखें कि उसके ट्रिगर प्वाइंट को न छेड़ें.अगर बच्चा गुस्सा करे तो उस पर रिएक्ट न करें बल्कि कुछ देर बाद उसे समझाएं कि ऐसा करना उसके लिए अच्छा नहीं है.  

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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