आंखों के नीचे नीले या ब्राउन घेरे क्यों हो जाते हैं? न्यूट्रिशनिस्ट ने बताया Dark Circles के अलग-अलग रंग का मतलब

Types of Dark Circles Explained: कुछ लोगों की आंखों के नीचे नीले घेरे नजर आते हैं, तो कई लोगों के डार्क सर्कल्स गहरे ब्राउन कलर के होते हैं. ये अलग-अलग रंग अलग-अलग संकेत देते हैं. आइए समझते हैं इस बारे में-

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
आंखों के नीचे डार्क सर्कल्स के अलग-अलग रंग का मतलब

How to identify types of dark circles: आंखों के नीचे डार्क सर्कल्स होना आजकल एक आम समस्या बन गई है. ज्यादातर लोग इसे नींद की कमी से जोड़ते हैं. नींद की कमी के चलते समय के साथ आंखें भारी होने लगती हैं और आंखों के नीचे गहरे निशान बन जाते हैं. हालांकि, इसके पीछे और भी कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं. इसे लेकर न्यूट्रिशनिस्ट सलोनी ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में वे बताती हैं, कई बार डार्क सर्कल्स शरीर के अंदर की गड़बड़ी का संकेत दे सकते हैं. आसान भाषा में समझें तो कुछ लोगों की आंखों के नीचे नीले घेरे नजर आते हैं, तो कई लोगों के डार्क सर्कल्स गहरे ब्राउन कलर के होते हैं. ये अलग-अलग रंग अलग-अलग संकेत देते हैं. आइए समझते हैं इस बारे में-

रात में ऐसा क्या खाएं कि सुबह पेट साफ हो जाए?

ब्लूइश/पर्पल डार्क सर्कल्स 

न्यूट्रिशनिस्ट बताती हैं, अगर आंखों के नीचे नीले या बैंगनी रंग के घेरे हैं, तो यह लो आयरन का संकेत हो सकता है. इसके लिए आयरन से भरपूर चीजें खानी चाहिए जैसे पालक, अनार, दालें और चुकंदर. साथ ही विटामिन C लें, जिससे आयरन अच्छे से अवशोषित हो सके. हल्की मसाज और कैफीन वाली आई क्रीम भी मदद करती है.

डार्क ब्राउन डार्क सर्कल्स 

गहरे भूरे रंग के घेरे आमतौर पर पिगमेंटेशन की वजह से होते हैं. इसे रोकने के लिए रोजाना सनस्क्रीन लगाना जरूरी है. स्किन को ब्राइट करने वाले इंग्रेडिएंट्स जैसे विटामिन C, नायसिनामाइड और कोजिक एसिड फायदेमंद रहते हैं. एक्सफोलिएशन के लिए रेटिनॉल या AHA (Alpha Hydroxy Acid) इस्तेमाल किया जा सकता है.

ब्लू/पर्पल सर्कल्स

कभी-कभी स्किन पतली होने या ब्लड सर्कुलेशन सही न होने पर भी डार्क सर्कल्स नीले या बैंगनी दिखाई देते हैं. इसके लिए विटामिन K और हायल्यूरोनिक एसिड वाली क्रीम लगाना फायदेमंद होता है. इसके अलावा ठंडे टी बैग्स आंखों पर रखने से भी सूजन और डार्कनेस कम होती है. बेहतर नतीजों के लिए कोलेजन बढ़ाने वाले फूड्स जैसे सोया, अंडा और नट्स का सेवन करें.

पफी आईज 

अगर आंखें सूजी हुई और भारी लगती हैं, तो यह ज्यादा नमक, अल्कोहल या वाटर रिटेंशन की वजह से हो सकता है. इसके लिए डाइट में नमक और अल्कोहल कम करें. ठंडा कम्प्रेस या खीरे के टुकड़े आंखों पर रखने से सूजन जल्दी कम होती है. सोते समय सिर थोड़ा ऊंचा करके सोना भी अच्छा उपाय है.

हॉलो आईज 

इन सब से अलग कुछ लोगों की आंखों के नीचे गड्ढे जैसे दिखाई देते हैं. इसका कारण कोलेजन की कमी हो सकता है. इसके लिए रेटिनॉल, विटामिन C और विटामिन E वाली क्रीम इस्तेमाल करें. इसके साथ ही न्यूट्रिशनिस्ट डाइट में प्रोटीन और कोलेजन सप्लीमेंट शामिल करने की सलाह देती हैं. 

Advertisement

न्यूट्रिशनिस्ट सोनम बताती हैं, डार्क सर्कल्स को हल्के में नहीं लेना चाहिए. ये शरीर में पोषण की कमी, लाइफस्टाइल और स्किन हेल्थ के बारे में इशारा करते हैं. सही डाइट, स्किन केयर और हेल्दी आदतों से इन्हें काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है.

Advertisement

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

Featured Video Of The Day
Ayodhya Deepotsav 2025 पर CM Yogi का सपा पर बड़ा हमला | Syed Suhail | Bharat Ki Baat Batata Hoon
Topics mentioned in this article