Migraine Cure: माइग्रेन आज के समय में एक आम समस्या बन चुकी है, जिससे हर उम्र के लोग परेशान हैं. सिर के एक हिस्से में भयंकर दर्द, मतली, उल्टी, रोशनी या आवाज से बहुत अधिक परेशानी होना, ये सभी माइग्रेन के आम लक्षण हैं. कई बार तो परेशानी इतनी बढ़ जाती है कि दवा लेने के बाद भी पीड़ित को देर तक आराम महसूस नहीं होता है. ऐसे में अगर आप भी समय-समय पर इस समस्या से परेशान रहते हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है. आइए हेल्थ एक्सपर्ट्स से जानते हैं माइग्रेन की समस्या से कैसे छुटकारा पाया जा सकता है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
मामले को लेकर एम्स में काम कर चुकीं डीएम न्यूरोलॉजी डॉ. प्रियंका सेहरावत ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में डॉ. बताती हैं, कुछ आदतों को बदलकर और लाइफस्टाइल में कुछ जरूरी सुधार लाकर माइग्रेन के दर्द से काफी हद तक छुटकारा पाया जा सकता है.
डॉक्टर के मुताबिक, माइग्रेन के कुछ ट्रिगर्स यानी कारण होते हैं. इन ट्रिगर्स को पहचानना और उनसे बचना ही इस समस्या से बचाव का सबसे असरदार तरीका है. कुछ आम ट्रिगर्स में बहुत देर तक खाली पेट रहना, खाली पेट चाय या कॉफी पीना, नींद की कमी, तेज धूप में अधिक समय बिताना, मानसिक तनाव और तेज शोर में रहना शामिल हैं.
इस सवाल को लेकर डॉक्टर बताती हैं, अगर आप माइग्रेन से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो इसके ट्रिगर्स से बचें. इसके लिए-
नंबर 1- सबसे पहली और जरूरी बात यह है कि दिन की शुरुआत सही समय पर करें. सुबह 9 बजे तक नाश्ता कर लें और 4 घंटे से अधिक खाली पेट न रहें. खासकर खाली पेट चाय या कॉफी का सेवन पूरी तरह बंद कर दें.
नंबर 2- तेज धूप में बाहर निकलते समय टोपी, धूप के चश्मे (शेड्स) और स्कार्फ से खुद को कवर करें. गर्मी और रोशनी माइग्रेन को ट्रिगर कर सकते हैं, इसलिए अपनी आंखों और सिर को बचाकर रखें.
नंबर 3- रात की अच्छी नींद भी बहुत जरूरी है. देर रात तक मोबाइल या टीवी देखने से नींद में खलल पड़ती है, जिससे माइग्रेन की समस्या और बढ़ सकती है. कोशिश करें कि हर रात कम से कम 7-8 घंटे की नींद लें.
नंबर 4- तनाव भी माइग्रेन का बड़ा कारण है. इसलिए रोजाना कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज, योगा या मेडिटेशन जरूर करें. यह मानसिक संतुलन बनाए रखने में मदद करता है और माइग्रेन की संभावना को कम करता है.
नंबर 5- इन सब से अलग डॉक्टर तेज आवाज वाले स्थानों पर जाने से बचने और उंची आवाज में बात करने से परहेज करने की सलाह देती हैं.
डॉ. प्रियंका सेहरावत बताती हैं, ये छोटे-छोटे बदलाव माइग्रेन को नेचुरल तरीके से कंट्रोल कर सकते हैं. केवल ये 5 काम करने से कुछ ही समय में आपकी दवाओं पर निर्भरता कम हो जाएगी, साथ ही आपकी सेहत पर भी अच्छा असर पड़ेगा. हालांकि, अगर इसके बाद भी माइग्रेन बार-बार हो रहा है, तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.