Churna For Acidity: पेट से जुड़ी समस्याएं आज के समय में बेहद आम होती जा रही हैं. इसमें भी लोग गैस और एसिडिटी से ज्यादा परेशान रहते हैं. असमय भोजन करना, तली-भुनी चीजों का अधिक सेवन करना और शारीरिक गतिविधि में कमी के चलते पेट में अम्ल बढ़ जाता है, जिससे सीने में जलन, खट्टी डकारें, पेट फूलना और कभी-कभी सिरदर्द की परेशानी भी बढ़ जाती है. अब, अगर आप भी अक्सर इस तरह की समस्या का सामना करते हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है. आइए एक्सपर्ट से जानते हैं इस तरह की परेशानी से राहत पाने का आसान और असरदार तरीका-
एसिडिटी से राहत दिलाएगा ये चूर्ण
मामले को लेकर मशहूर आयुर्वेदिक न्यूट्रिशनिस्ट श्वेता शाह ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में न्यूट्रिशनिस्ट ने एक खास चूर्ण के बारे में बताया है, जिसे खाने से एसिडिटी और इसके कारण होने वाले सिर दर्द से तुरंत राहत मिल सकती है.
न्यूट्रिशनिस्ट के मुताबिक, अगर आप गैस, एसिडिटी, अपच, ब्लोटिंग और सिर दर्द से परेशान रहते हैं, तो इस कंडीशन में हिंगाष्टक चूर्ण खा सकते हैं. हिंगाष्टक चूर्ण का सेवन आपको तुरंत राहत देने में असर दिखा सकता है.
न्यूट्रिशनिस्ट बताती हैं, हिंगाष्टक चूर्ण एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक औषधि है. इसे नींबू के रस, काले नमक, काली मिर्च पाउडर और हींग के साथ बनाया जाता है.
आधे नींबू के रस में एक चुटकी काला नमक, एक चुटकी काली मिर्च पाउडर और एक चुटकी हींग डालकर अच्छी तरह चला लें. इतना करते ही आपका चूर्ण बन जाएगा. इसमें 2 से 3 गर्म पानी की बूंद डालें और तुरंत खा लें.
न्यूट्रिशनिस्ट बताती हैं, इस नुस्खे को अपनाने से आपको तुरंत राहत मिल सकती है. वहीं, लगातार 5 दिनों तक दिन में केवल एक बार इसका सेवन पाचन क्रिया को सुधार सकता है, जिससे एसिडिटी की परेशानी नेचुरल तौर पर कम हो सकती है.
कैसे असर करता है ये तरीका?
आयुर्वेद में हींग, काले नमक और काली मिर्च को पाचन के लिए बेहद फायदेमंद बताया गया है. ये तीनों चीजें पाचन को बेहतर करने में असर दिखाती हैं. वहीं, नींबू का रस शरीर की अम्लता को संतुलित करता है, जिससे गैस या एसिडिटी की समस्या नहीं होती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.