40 की उम्र के बाद बढ़ जाती है मेनोपॉज की संभावना, ऐसे में महिलाओं को अपनी डाइट का रखना चाहिए खास ख्याल

Menopause: मेनोपॉज के समय महिलाओं को अपनी डाइट में प्रोटीन और हेल्दी फैट्स वाली चीजें शामिल करनी चाहिए. आइए जानते हैं कैसी होनी चाहिए इस दौरान डाइट.

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Women's Health: 40 की उम्र के बाद महिलाओं को अपनी डाइट का रखना चाहिए खास ख्याल.
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Healthy Diet: अधिकतर महिलाएं 40 की उम्र के बाद मेनोपॉज (Menopause) के करीब पहुंच जाती हैं. ये महिलाओं के जीवन का एक अहम पड़ाव होता है और इस समय सेहत संबंधी परेशानियों से बचने के लिए डाइट का बहुत ध्यान रखने की जरूरत होती है. इस समय महिलाओं को अपनी डाइट में प्रोटीन और हेल्दी फैट्स वाली चीजें शामिल करनी चाहिए. आइए जानते हैं कैसी डाइट कर सकती है मेनोपॉज के लक्षणों को कम और किस तरह सेहत रह सकती है दुरुस्त.

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डाइट में शामिल करें ये फूड्स 

मेनोपॉज के लक्षणों (Menopause Symptoms) को कम करने के लिए महिलाओं को इस दौरान कैल्शियम रिच फूड्स लेने चाहिए. इसके लिए दूध, दही, टोफू, केले और ब्रोकली सबसे बेहतर होते हैं. डाइट में फाइबर को जगह देने के लिए साबूत अनाज को डाइट में शामिल करना चाहिए. ये शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने में मदद करेंगे. विभिन्न रंगों की फल और सब्जियां बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद करेंगी. हेल्दी आमेगा 3 फैट के लिए फैटी फिश जैसे साल्मन या मैकरेल, अलसी के बीज, चिया और अखरोट ले सकती हैं. इस समय बॉडी में एस्ट्रोजेन की कमी होने लगती है इसलिए फाइटोएस्ट्रोजेन रिच फूड्स जिनमें सोया प्रोडक्ट, अलसी की बीज (Flaxseeds) शामिल हैं जरूर लेने चाहिए. 

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इनसे रहें दूर

मेनापॉज के लक्षणों को कम करने के लिए कुछ चीजों से दूर रहना चाहिए. इनमें रेड मीट, पैकेज्ड फूड, स्नैक्स, बेक किए गए केक और पेस्ट्री कम कर देना चाहिए. इनमें मौजूद एक्स्ट्रा शुगर और अनहेल्दी फैट से परेशानी बढ़ सकती है. बहुत ज्यादा मीठा खाने से भी बचना चाहिए, सोडा ड्रिंक्स और डिजर्ट लेने से बचने की कोशिश करनी चाहिए. इस समय जरूरत से ज्यादा कैफीन नींद आने में परेशानी ला सकता है. बहुत ज्यादा मसालेदार (Spicy) खाना हॉट फ्लैश और स्वेटिंग की परेशानी बढ़ा सकता है. इस समय अल्कोहल के सेवन से भी बचना जरूरी है. इससे स्लीप पैटर्न बिगड़ने का खतरा होता है.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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