Hauz Khas village : अगर आप दिल्ली आ रहे हैं घूमने तो आपको यहां एक ऐसे गांव (Famous village of Delhi) के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां आप गांव और शहर दोनों का फील ले सकते हैं. इस गांव में आपको पब, बार रेस्टोरेंट और कैफेज मिलेंगे. इसके अलावा और क्या खासियत है इस गांव की आपको आगे लेख में बताने वाले हैं. दरअसल हम बात कर रहे हैं हौज खास विलेज की. यह दिल्ली का सबसे अमीर गांव है. भारत की ये जगहें कपल्स की हैं फेवरेट, सबसे ज्यादा यहां पर हैं घूमते
क्या है हौज खास विलेज की खासियत
-हौज खास गांव की स्थापना 13वीं शताब्दी में दिल्ली के दूसरे शासक अलाउद्दीन खिलजी के शासनकाल के दौरान हुई थी. 1296 में, अलाउद्दीन खिलजी ने पास के सिरी फोर्ट और नवनिर्मित सिरी शहर को पानी की आपूर्ति करने के लिए एक विशाल पानी की टंकी का निर्माण करवाया, जिसे अब हौज़ खास झील या हौज़-ए-अलाई के नाम से जाना जाता है. टैंक को मूल रूप से सुल्तान के नाम पर "हौज़-ए-अलाई" कहा जाता था.
-आपको बता दें कि दिल्ली के निर्माण से पहले यह गांव अस्तित्व में था. 1980 के बाद से इस गांव में काफी कुछ बदला. अब यह दिल्ली के फेमस गांव में से एक है.
- आज हौज़ खास विलेज अपने इतिहास और समकालीन संस्कृति के मिश्रण के लिए जाना जाता है. यह गांव पुरानी कब्रों और हौज खास झील के साथ अपने मध्यकालीन आकर्षण को बरकरार रखता है, जो हरियाली से घिरा हुआ है. हौज खास आर्ट गैलरी, फैशन बुटीक, रेस्तरां और नाइटलाइफ़ का स्पॉट है, जो इसे जीवंत बनाती है.
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