Places to visit after Govardhan: दिवाली के तुरंत बाद गोवर्धन पूजा का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन भगवान कृष्ण और गायों की पूजा करने का विधान है. इस दिन कई श्रद्धालु गोवर्धन पर्वत की 21 किलोमीटर की परिक्रमा करने भी जाते हैं. अगर आप भी इस साल परिक्रमा करने का प्लान बना रहे हैं तो ये खबर जरूर पढ़िएगा. आज हम आपको उन 4 जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां आप परिक्रमा के बाद जरूर घूमने जा सकते हैं. इन जगहों पर आपको बहुत ही अच्छा अनुभव मिलेगा और आपकी ट्रिप भी यादगार बन जाएगी.
1. मानसी गंगा कुंड
कहा जाता है कि गोवर्धन के दर्शन तभी पूरे होते हैं जब श्रद्धालु मानसी गंगा में डुबकी लगाते हैं. इसके अलावा ये भी माना जाता है कि यह कुंड श्री कृष्ण की इच्छा से प्रकट हुआ था, इसलिए इसका नाम 'मानसी' पड़ा. इसके आसपास कई मंदिर भी हैं जहां परिक्रमा लगाने वाले कई लोग रुकते भी हैं. इस कुंड के चारों ओर सीढ़ियां बनी हुई हैं जहां आप बैठकर शांति का अनुभव प्राप्त कर सकते हैं.
गोवर्धन के पास परासौली गांव में स्थित चंद्र सरोवर, देखने लायक जगहों में से एक है. यह भगवान कृष्ण के जीवन के उस क्षण से जुड़ा है जब चंद्र देव ने यहां तपस्या की थी. इसका पानी शांत और स्वच्छ है. आप गोवर्धन परिक्रमा के बाद यहां जरूर जा सकते हैं.
3. राधा कुंड और श्याम कुंडशास्त्रों के अनुसार जब भगवान कृष्ण ने राक्षस का वध किया था तब उन्हें राधा ने पाप को धोने के लिए पवित्र कुंडों में स्नान की सलाह दी थी. इसके बाद कृष्ण जी ने अपने पैरों से प्रहार कर एक विशाल कुंड बना दिया. इसमें गंगा, यमुना, कृष्णा कावेरी समेत पवित्र नदियों का पानी डालकर कृष्ण जी ने स्नान किया. तब से इस कुंड का नाम श्याम कुंड पड़ गया.इसके बाद राधा ने भी श्याम कुंड के बगल में सहेलियों संग मिलकर कुंड बनाने की कोशिश की. इस कुंड में उन्होंने मानसी नदी का जल भरा और कृष्ण जी की मदद से राधा कुंड का निर्माण हुआ.
21 किलोमीटर की गोवर्धन परिक्रमा करने के बाद आप दानघाटी मंदिर के दर्शन भी जरूर करें. इस मंदिर की खूबसूरती आपका मन ही मोह लेगी. यहां कृष्ण जी का वो स्वरूप दिखाया है जब उन्होंने अपनी छोटी अंगुली पर पर्वत धारण किया था.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)