FSSAI Tips: खानपान में आजकल अलग-अलग तरह की मिलावट की जाने लगी है. किसी में ईंट का बुरादा मिला होता है तो कहीं फलों के बीजों का इस्तेमाल किया जाता है. रंग और सुगंध की मिलावट तो अब आम होने लगी है. लेकिन, इस मिलावट (Adulteration) का स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है. अनाज की बात करें तो चावल में आजकल धतूरे की मिलावट होने लगती है. धतूरा एक टॉक्सिक पौधा है. धतूरे के सेवन से मुंह में सूखापन, आंखों की रोशनी का कम होना, सांस लेने में दिक्कत, पैनिक होना या जान जाने की नौबत भी आ सकती है. ऐसे में भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने बताया है कि किस तरह चावल की मिलावट (Rice Adulteration) पहचानी जा सकती है.
चावल में धतूरे के मिलावट पहचानना । Dhatura Adulteration In Rice
चावल में धतूरे की मिलावट को पहचानने के लिए किसी कांच की प्लेट में चावल के दानों को डालें. अब ध्यान से ऐसे दाने देखें जिनके किनारे चपटे हों और भूरे रंग के हों. ये धतूरा के बीजों की मिलावट है. जो अनाज मिलावटी नहीं होगा उसमें सभी दाने सही होंगे. इस टेस्ट को चावल के अलावा दाल और अन्य अनाजों के साथ करके भी देखा जा सकता है.
दूध की मिलावट को पहचानने के लिए किसी पॉलिश्ड लंबी सतह पर दूध की कुछ बूंदे डालें. अगर दूध अपनी जगह से नीचे की तरफ धीमी गति से बहेगा और अपने पीछे सफेद धार छोड़ेगा तो दूध शुद्ध है. अगर दूध बिना कोई निशान छोड़े तेजी से बह जाए तो समझ लीजिए उसमें पानी की मिलावट (Water In Milk) की गई है.
नकली दूध को सफेद रंग देने के लिए डिटर्जेंट की मिलावट की जा सकती है. इस मिलावट को पहचानने के लिए दूध को किसी बोतल में भरकर उसे अच्छे से शेक करें. अगर दूध शुद्ध होगा तो उसके ऊपर झाग की बेहद पतली परत दिखेगी. लेकिन मिलावटी दूध (Adulterated Milk) में झाग गाढ़ा और मोटा नजर आएगा.
रागी का रंग ज्यादा चटक दिखाने के लिए उसमें रंग की मिलावट की जा सकती है. इस मिलावट को पहचानने के लिए रूई का एक टुकड़ा लें और उसे वेजिटेबल ऑयल या पानी में भिगा लें. अब इस रूई को रागी पर रखें और हल्के हाथ से रागी पर घिसें. अगर रूई में रंग नजर आने लगे तो इसका मतलब है रागी में रंग की मिलावट की गई है.