Radish Benefits: मूली से सिर्फ सलाद ही नहीं, पराठे और अचार जैसी कई टेस्टी चीजें भी बनती है. खाने में इसका स्वाद जितना लाजवाब होता है, सेहत के लिए भी उतना ही कमाल का होता है. इस रूट वेजिटेबल को भारत में खूब पसंद किया जाता है. मूली खाने से न सिर्फ पाचन तंत्र मजबूत होता है, बल्कि ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर कंट्रोल, लिवर की सफाई और डायबिटीज जैसी बीमारियों में भी बेहद फायदेमंद मानी जाती है. इसके पत्तों में भी विटामिन C, A और B, आयरन और मैग्नीशियम जैसे जरूरी मिनरल्स मौजूद होते हैं, जो इसे एक कंप्लीट देसी सुपरफूड बनाते हैं.
हाल ही में इंस्टाग्राम अकाउंट @cravekitchen26 पर शेयर किए गए एक वायरल वीडियो में कथावाचक इंद्रदेव महाराज ने मूली के कुछ ऐसे सीक्रेट गुणों का जिक्र किया है, जो शायद आपने पहले कभी नहीं सुने होंगे. उनका दावा है कि अगर मूली को एक खास तरीके से रातभर तैयार कर सुबह खाली पेट खाया जाए, तो ये न सिर्फ एसिडिटी बल्कि थायराइड, पाइल्स, फिस्टूला जैसी 5 गंभीर बीमारियों को जड़ से खत्म कर सकती है. क्या वाकई मूली में इतनी ताकत है, इस आर्टिकल में जानिए इस दावे पर साइंस क्या कहता है...
मूली सही तरीके से खाने को लेकर क्या है दावा
- इंद्रदेवजी महाराज के अनुसार, 'मूली में एसिडिक तत्व होते हैं जो कुछ लोगों को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं, लेकिन अगर इसे सही तरह से प्रोसेस किया जाए, तो इसके सारे दोष खत्म हो जाते हैं.
- सबसे पहले एक ताजी मूली लेकर और उसे छीलकर छोटे टुकड़ों में काट लें.
- इन टुकड़ों पर थोड़ा सा नमक छिड़कें. अब इसे छलनी रखकर रातभर खुला छोड़ दें, ताकि मूली अपना एक्स्ट्रा पानी खुद ही निकाल दे.
- सुबह उठते ही इसे खाएं. ऐसा रोज करने से सिर्फ कुछ ही हफ्तों में शरीर को चौंकाने वाले फायदे महसूस होने लगते हैं'
मूली किन 5 बीमारियों जड़ से खत्म कर सकती है? Which 5 diseases can be cured by radish
1. एसिडिटी | Acidity
इंद्रदेवजी के अनुसार, अगर आपको खाने के बाद पेट में जलन, खट्टी डकारें या गैस बनती है, तो मूली आपके लिए सबसे अच्छी दवा बन सकती है. प्रोसेस की गई मूली में मौजूद एंजाइम्स पाचन क्रिया को दुरुस्त करते हैं. नमक की वजह से उसका एसिडिक नेचर कम हो जाता है, जिससे पेट को ठंडक और आराम मिलता है.
2. थायराइड |Thyroid
थायराइड आजकल एक कॉमन लेकिन गंभीर समस्या बन चुकी है। इंद्रदेवजी का दावा है कि मूली में कुछ ऐसे प्राकृतिक तत्व होते हैं जो थायराइड ग्लैंड को एक्टिव करते हैं और हार्मोनल असंतुलन को संतुलित करने में मदद करते हैं।
3. बवासीर | Piles
पाइल्स यानी बवासीर में मूली रामबाण की तरह काम करती है. यह फाइबर से भरपूर होती है और शरीर से टॉक्सिन्स निकालने में मदद करती है, जिससे पाचन आसान होता है और पाइल्स के लक्षण धीरे-धीरे खत्म होने लगते हैं.
4. फिस्टूला | Fistula
फिस्टूला जैसी स्थितियां आमतौर पर सर्जरी से ठीक होती हैं, लेकिन कथावाचक इंद्रदेवजी के अनुसार, अगर मूली का सेवन सही तरीके से किया जाए, तो यह संक्रमण को कम करने और घाव को सुखाने में कारगर हो सकती है. हालांकि इसमें समय लग सकता है, लेकिन यह एक साइड-इफेक्ट-फ्री और नेचुरल उपाय हो सकता है.
5. पेट की सूजन, कब्ज और अन्य पाचन समस्याएं
मूली खाने से डाइजेस्टिव सिस्टम एक्टिव रहता है, जिससे पेट साफ होता है और कब्ज, गैस, ब्लोटिंग और सूजन जैसी समस्याएं कम होने लगती हैं. रोज सुबह इसका सेवन आपकी आंतों को मजबूत बनाता है.
मूली किन-किन लोगों के लिए फायदेमंद
- युवाओं के लिए ये एक नैचुरल डिटॉक्स है.
- बुजुर्गों के लिए यह कब्ज, पाचन और थायराइड जैसी समस्याओं को कंट्रोल में रखने में मददगार है.
- महिलाओं को हार्मोनल बैलेंस और पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं में भी लाभ मिल सकता है.
किन लोगों को मूली नहीं खाना चाहिए
हर किसी के लिए मूली फायदेमंद नहीं है. जिन लोगों को किडनी स्टोन या हाइपरएसिडिटी की गंभीर शिकायत है, वे डॉक्टर से सलाह लेकर ही सेवन करें. ठंड के मौसम में मूली खाने से कुछ लोगों को सर्दी या गला खराब होने की समस्या हो सकती है, ऐसे में सीमित ही खाएं.