Skin Care: हर महिला की ख्वाहिश होती है कि वो सुंदर दिखे. इसलिए ज्यादातर महिलाएं महीने में एक बार पार्लर जरूर जाती हैं. पार्लर जाकर एक काम जो लगभग हर महिला कराती है वो है अपनी आइब्रो बनवाना. इससे चेहरा ज्यादा आकर्षक लगने लगता है. आजकल तो कई पुरुष भी अट्रैक्टिव दिखने के लिए आइब्रो थ्रेडिंग (Eyebrow Threading) करवाते हैं. आपने सुना होगा कि थ्रेडिंग करवाने के बाद अक्सर ही महिलाएं आइब्रो के आस-पास और माथे पर दाने निकलने की शिकायत करती हैं. कई बार आइब्रो के आस-पास की त्वचा में जलन और दर्द की शिकायत भी रहती है. ऐसा क्यों होता है और इससे बचने के क्या उपाय हैं, चलिए जानते हैं.
दाने निकलने की वजह
थ्रेडिंग के बाद त्वचा पर दाने निकलने के पीछे कई कारण हो सकते हैं. शार्प धागा स्किन पर बार-बार लगने से दाने हो सकते हैं. अगर आपकी त्वचा काफी सेंसिटिव (Sensitive Skin) है, तो थ्रेडिंग करवाने से त्वचा में जलन और दर्द भी महसूस हो सकता है. गंदे मेकअप ब्रश का इस्तेमाल करने से भी त्वचा पर दाने निकल सकते हैं. इसलिए हाइजीन का खास ख्याल रखें. थ्रेडिंग से पहले हमेशा नए और साफ थ्रेड का इस्तेमाल करने के लिए कहें ताकि त्वचा में इंफेक्शन होने का खतरा न रहे.
आइब्रो थ्रेडिंग के बाद अगर आप त्वचा की देखभाल ठीक से नहीं करेंगे तो दाने निकल सकते हैं. त्वचा में जलन और दर्द भी महसूस हो सकता है. थ्रेडिंग के बाद त्वचा की देखभाल के लिए इन तरीकों को अपनाएं.
थ्रेडिंग की वजह से आपकी स्किन इरिटेट हो जाती है. इसे थोड़ा रिलेक्स करने के लिए या कहें कि सूदिंग इफेक्ट्स देने के लिए आप बर्फ (Ice) से हल्के-हल्के सिकाई कर सकते हैं. इसके अलावा आइब्रो के आस-पास पैट्रोलियम जैली या वैसलीन भी लगा सकती हैं इससे त्वचा की नमी बनी रहती है. लेकिन इन सभी उपायों को करते समय हाइजीन का खास ख्याल रखें. बर्फ की सिकाई से दाने निकलने की समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है.
थ्रेडिंग करवाने के बाद जो महिलाएं जलन और दर्द की शिकायत करती हैं उन्हें थ्रेडिंग के बाद टी-ट्री ऑयल (Tea Tree Oil) या एलोवेरा जैल का इस्तेमाल करना चाहिए. इन दोनों में ही एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जिसकी वजह से यह जलन से राहत दिलाने में काफी मददगार साबित होते हैं.
आइब्रो बनवाने के बाद त्वचा को ठंडक पहुंचाने के लिए खीरे के टुकड़े से मसाज करना काफी फायदेमंद होता है. खीरे के रस को भी आप आइब्रो के आसपास लगा सकते हैं. इस रस से त्वचा को ठंडक मिलती है और दाने और जलन की समस्या दूर होती है. इस बात का खास ध्यान रखें कि अगर इन उपायों के बाद भी दाने या रैशेज में जल्दी आराम नहीं मिले या दाने में पस पड़ गया है तो अपने डॉक्टर से कंसल्ट करें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.