दूध में चाय डालकर बच्चे को देना चाहिए या नहीं, डॉक्टर ने बताया इसका क्या होता है रिजल्ट

Chai In Milk: अक्सर ही बच्चे सादा दूध पीने में आनाकानी करते हैं तो मां उन्हें दूध में हल्की सी चाय डालकर दे देती हैं. लेकिन, ऐसा करना चाहिए या नहीं और इसका बच्चे की सेहत पर क्या असर होता है यह बता रहे हैं डॉक्टर, आप भी जान लीजिए.

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Chai In Milk For Babies: बच्चों को दूध में चाय मिलाकर देने पर क्या होता है, यहां जानिए.

Parenting Tips: बच्चे की सेहत के लिए शुरुआती सालों में दूध पीना बेहद जरूरी होता है. कैल्शियम से भरपूर दूध विटामिन डी का भी अच्छा स्त्रोत होता है और इससे प्रोटीन और फॉस्फोरस भी मिलता है. दूध (Milk) पीने पर बच्चे की हड्डियां मजबूत बनती हैं, इम्यूनिटी बढ़ती है और दांतों की फॉर्मेशन के लिए भी दूध जरूरी है. मां के दूध के साथ ही या मां का दूध ना पीने वाले बच्चे को दिन में 1-2 गिलास दूध पिलाया ही जाता है. लेकिन, बढ़ते बच्चे अक्सर ही दूध पीने में आनाकानी करने लगते हैं. बच्चा बाकी सभी को चाय (Chai) पीता देखता है तो चाय मांगने लगता है. ऐसे में मां एक गिलास दूध में ऊपर से थोड़ी सी चाय (Tea) डालकर बच्चे को दे देती है. लेकिन, क्या ऐसा करना बच्चे की सेहत के लिए सही होता है? इसी बारे में बता रहे हैं बच्चों के डॉक्टर पवन मांडविया. आप भी जान लीजिए दूध में चाय डालकर पिलाने को लेकर डॉ. पवन मांडविया का क्या कहना है.

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बच्चे को दूध में चाय डालकर देनी चाहिए या नहीं

डॉ. पवन मांडविया ने बताया कि बच्चे को दूध पिलाने के लिए जब दूध के गिलास में चाय डाली जाती है तो इससे दूध का रंग बदल जाता है, दूध की स्मेल नहीं आती और दूध का स्वाद भी बदलता है. इससे बच्चा पूरा दूध फटाफट खत्म कर देता है. इसे प्रैक्टिकली देखा जाए तो थोड़ी सी चाय दूध में मिलाकर पिलाने से ज्यादा कुछ असर नहीं पड़ेगा. लेकिन, दिक्कत तब आएगी जब बच्चा इसका आदि (Tea Addict) हो जाएगा और चाय पीने की जिद करने लगेगा.

नींद से जुड़ी दिक्कतें

चाय में कैफीन (Caffein) होता है जोकि एक स्ट्रोंग स्टिम्यूलेंट है जिसके कारण बच्चे में स्लीप डिसोर्डर्स देखने को मिलते हैं. बच्चा रात के समय सो नहीं पाता, दिनभर गुस्से में रहता है, एंशियस (Anxious) रहता है और साथ ही बच्चा हाइपरएक्टिव रहता है. इस चलते बच्चे में पीटीएसडी जैसे बिहेविओरल डिसोर्डर्स भी देखने को मिलते हैं.

पोषण में कमी

बच्चे को दूध में चाय डालकर पिलाने पर बच्चे में पोषक तत्वों की कमी देखी जा सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि चाय एक एपेटाइट सप्रीसेंट है जिससे भूख में कमी आती है. बच्चा दिनभर में खाना नहीं खाता जिसके कारण उसे जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं.

हो सकता है अनीमिया

चाय में टैनिंस होते हैं जिसके कारण कैल्शियम और आयरन के एब्जॉर्प्शन पर फर्क पड़ता है. इससे बच्चे को अनीमिया होता है साथ ही बच्चे की हड्डियां कमजोर हो सकती हैं. इसीलिए डॉक्टर का कहना है कि बच्चे को दूध में चाय मिलाकर देने से परहेज करना चाहिए.

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