बॉलीवुड के महान संगीतकारों में गिने जाने वाले बप्पी लाहिड़ी (Bappi Lahiri) का 69 वर्ष की उम्र में निधन हो चुका है. उनके वक्त से पहले गुजर जाने का कारण उन्हें हुई OSA (Obstructive Sleep Apnea) बीमारी थी. इस बीमारी में व्यक्ति को रात में सोने में तकलीफ होती है. बता दें कि देश का हर 5 में से 1 व्यक्ति नींद की समस्याओं से पीड़ित है. इस बीमारी का कारण आमतौर पर बुरा स्लीपिंग शेड्यूल, रात में काम करना और मानसिक तनाव है. OSA होने से ऊपरी वायुमार्ग का छोटा होना या सिकुड़ जाना, जीभ का आकार बड़ा होना, सांस लेने में परेशानी होने लगती है. अगर आपकी नींद बार-बार टूटती है और आपको सांस लेने में दिक्कत होती है तो आपको संभल जाना चाहिए और अपनी सांस की दिक्कतों से समय रहते छुटकारा पा लेना चाहिए.
सांस की समस्याओं से छुटकारा पाने के उपाय | Remedies to Get Rid of Breathing Problems
योगा एक्सपर्ट गीता मेहता चिलवाल बताती हैं कि श्वास संबंधी समस्याओं से बचने के लिए आप योगा कर सकते हैं. वे कहती हैं, "आप सांस लेने में तकलीफ होने पर या आपको इस तरह की दिक्कतें ना हों इसके लिए कोई भी प्राणायाम कर सकते हैं, जैसे अनुलोम-विलोम या कपालभाति. अनुलोम-विलोम कोई भी कर सकता है लेकिन कपालभाति वे लोग नहीं कर सकते जिनका बीपी हाई है, जिन्हें दिल की बीमारी है या फिर वो महिलाएं जो प्रेग्नेंट हैं. प्राणायाम के अलावा शोधन क्रियाएं भी की जा सकती हैं. इनमें आप जलनीति और रबर नीति कर सकते हैं. ये आपके श्वास नली को साफ करती हैं और इन्हें करने पर आपको सांस लेने में परेशानी नहीं होती है."
सांस लेने की दिक्कतें होने लगें या बार-बार नाक बंद हो तो आपको अदरक का पानी पीना चाहिए. इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण आपके गले को संक्रमण से भी बचाते हैं और उसे साफ भी करते हैं. इसे बनाने के लिए गर्म पानी में अदरक को घिस कर डालें और पिएं.
भांप लेने से आपकी नाक खुल जाती है और आप आराम से लंबी सांसे ले सकते हैं. आपको जब भी सांस लेने में जरा भी दिक्कत लगे तो ये उपाय जरूर अपनाएं.
बड़ा हुआ वजन भी सांस की बीमारियों का कारण बन सकता है इसलिए आपको अपने वजन को नियंत्रित करने की कोशिश करनी चाहिए. लेकिन, बहुत गर्माहट वाली जगह पर एक्सरसाइज करने से बचें नहीं तो ये आपकी समस्या बढ़ भी सकती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.