Health Risks Increasing Due to Lifestyle: आजकल की बदलती जीवनशैली, (Lifestyle) मिलावटी खाना और बढ़ता प्रदूषण (Pollution Increase) हमारी सेहत पर बुरा असर डाल रहे हैं. इन कारणों से कई गंभीर बीमारियां होने का खतरा बढ़ गया है, जिनमें शरीर में गांठ, रसौली, सिस्ट या ट्यूमर (Cyst or Tumor) भी शामिल हैं. अक्सर डॉक्टर इनका इलाज ऑपरेशन से करने की सलाह देते हैं, लेकिन आयुर्वेद में इसके लिए एक आसान और नेचुरल तरीका बताया गया है. तो चलिए आपको बताते हैं वो आयुर्वेदिक नुस्खा जो बिना ऑपरेशन शरीर की गांठ या रसौली, सिस्ट या ट्यूमर को ठीक कर सकता है.
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आचार्य मनीष जी का सुझाव | Acharya Manish Ji's Advice
आयुर्वेदिक और नेचुरल लाइफस्टाइल को बढ़ावा देने वाले आचार्य मनीष जी का कहना है कि ऑपरेशन से पहले एक बार इस खास जूस को जरूर आजमाना चाहिए. उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट chikitsaguru पर इस जूस की रेसिपी शेयर की है, जो गांठ, रसौली, ट्यूमर और सिस्ट जैसी समस्याओं में राहत दे सकती है.
जूस बनाने की विधि | How to Prepare the Juice
इस आयुर्वेदिक जूस को बनाने के लिए आपको चाहिए:
- अमरूद के 2 पत्ते
- पीपल के 2 पत्ते
- बरगद के 2 पत्ते
- पान के 4-5 पत्ते
- पुदीना के 15-20 पत्ते
- धनिया के 15-20 पत्ते
- कढ़ी पत्ता के 15-20 पत्ते
- पालक, मेथी, बथुआ या चौलाई 50-70 ग्राम
- हल्दी का 1 बड़ा टुकड़ा
- अदरक का 1 छोटा टुकड़ा
- 1 आंवला
इन सभी चीजों को अच्छे से धोकर जूस निकाल लें. स्वाद के लिए इसमें संतरा, मौसंबी या अनार का जूस भी मिला सकते हैं.
सेवन का तरीका | How to Consume
इस जूस को सुबह खाली पेट पीना ज्यादा फायदेमंद माना जाता है नियमित सेवन से शरीर में जमा टॉक्सिन्स निकलने में मदद मिलती है और गांठ, रसौली, ट्यूमर या सिस्ट जैसी समस्याओं में सुधार आ सकता है.
अन्य फायदे | Benefits
आचार्य मनीष जी के अनुसार, यह जूस सिर्फ गांठ, रसौली या सिस्ट जैसी समस्याओं में ही नहीं, बल्कि शरीर को डिटॉक्स करने और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में भी मददगार है. इसमें मौजूद हल्दी और अदरक सूजन को कम करने में मददगार होते हैं, जबकि आंवला और हरी पत्तेदार सब्जियां विटामिन और मिनरल्स का भरपूर सोर्स हैं पुदीना और धनिया पाचन को बेहतर बनाते हैं, जिससे शरीर में टॉक्सिन्स जमा नहीं होते. हालांकि, किसी भी आयुर्वेदिक नुस्खे को अपनाने से पहले अपनी सेहत और स्थिति को ध्यान में रखते हुए आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए, ताकि इसका सही और सुरक्षित तरीके से लाभ उठाया जा सके.