Atal Bihari Vajpayee Birth Anniversary: 25 दिसंबर को देशभर में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती मनाई जाती है. इस दिन को सुशासन दिवस के रूप में भी जाना जाता है. अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीति के ऐसे नेता थे जिन्होंने अपने विचारों, व्यवहार और कार्यों से देश को नई दिशा दी. वे तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे और हमेशा जनहित को सर्वोपरि रखा. अटल जी केवल एक सफल राजनेता ही नहीं थे, बल्कि वे एक प्रखर वक्ता, कवि, विचारशील लेखक और सच्चे राष्ट्रभक्त भी थे. उनकी वाणी में सरलता थी, लेकिन विचारों में गहराई. उन्होंने अपने जीवन में राजनीति को सेवा का माध्यम माना और अपने आचरण से सुशासन की मिसाल पेश की. उनके विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने अपने समय में थे. शिक्षा, नेतृत्व, राष्ट्रप्रेम, मानवता और जीवन के मूल्यों पर उनके विचार हर व्यक्ति को सोचने और आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं. अटल बिहारी वाजपेयी के अनमोल विचार हमें न केवल सही मार्ग दिखाते हैं, बल्कि एक बेहतर नागरिक बनने की सीख भी देते हैं. उनकी जयंती पर आप भी उनके अनमोल वचनों से सीख ले सकते हैं.
अटल बिहारी वाजपेयी के 10 अनमोल विचार
इंसान की पहचान उसके धन या पद से नहीं होती है, उसके मन से होती है. मन की फकीरी पर तो कुबेर की संपदा भी रोती है.
मन हार करके मैदान नहीं जीते जाते, न मैदान जीतने से मन ही जीते जाते हैं.
छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता, टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता.
दांव पर सब कुछ लगा है, रुक नहीं सकते. टूट सकते हैं, मगर हम झुक नहीं सकते.
आदमी को चाहिए कि वह परिस्थितियों से लड़े, एक स्वपन टूटे तो दूसरा गढ़े.
देश एक मंदिर है, हम पुजारी हैं, राष्ट्रदेव की पूजा में हमें, खुद को समर्पित कर देना चाहिए.
नेतृत्व वही है जो संकट में भी संयम न खोए.
छोटी-छोटी बातें मन को छोटा बनाती हैं, बड़े लक्ष्य मन को बड़ा करते हैं.
विचारों की असहमति दुश्मनी नहीं होनी चाहिए.
कभी भी अपनी गलतियों को छुपाने की कोशिश मत करो, इससे आप खुद को और दूसरों को धोखा देंगे.