Frizzy Hair Remedy: बारिश का मौसम जहां चिलचिलाती गर्मी से राहत देता है, वहीं इस मौसम में कई परेशानियां भी बढ़ जाती हैं. इन्हीं परेशानियों में से एक है फ्रिजी बाल. बरसात में बाल रूखे, बिखरे और उड़े-उड़े नजर आने लगते हैं. इस कंडीशन में लाख कोशिश करने के बाद भी बालों को मैनेज करना मुश्किल हो जाता है. अगर आप भी इस तरह की परेशानी को फेस करते हैं, तो यहां हम आपको इसका एक आसान सॉल्यूशन बता रहे हैं. फ्रिजी बालों को कंट्रोल करने के लिए आप घर पर ही एक हेयर मास्क बनाकर लगा सकते हैं.
फेमस सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट श्वेता शाह ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक पोस्ट शेयर की है. इस पोस्ट में उन्होंने एक खास हेयर मास्क के बारे में बताया है, जो फ्रिजी बालों को कंट्रोल करने में गेम-चेंजर साबित हो सकता है. आइए जानते हैं इसे बनाने का तरीका.
चाहिए होंगी ये चीजें
- हेयर मास्क बनाने के लिए आपको 4-5 ताजे गुड़हल (हिबिस्कस) के फूल
- 5-6 कोमल गुड़हल की पत्तियां
- 2 टेबलस्पून एलोवेरा जेल
- 1 टेबलस्पून नारियल या बादाम का तेल और
- 1 टेबलस्पून दही (अगर स्कैल्प बहुत ड्राय हो) की जरूरत होगी.
- सबसे पहले फूलों और पत्तियों को अच्छे से धो लें.
- इन्हें मिक्सर में पीसकर एक स्मूद पेस्ट बना लें.
- अब इसमें एलोवेरा जेल और नारियल या बादाम का तेल मिलाएं.
- अगर आपके स्कैल्प में बहुत ड्रायनेस है तो थोड़ा दही भी मिला सकते हैं.
- इस मिक्सचर को जड़ों से लेकर बालों की लंबाई तक अच्छे से लगाएं.
- 30 मिनट तक छोड़ दें, फिर गुनगुने पानी से धो लें. हो सके तो शैंपू न करें.
- न्यूट्रिशनिस्ट अच्छे नतीजों के लिए इस मास्क को हफ्ते में 1 से 2 बार लगाने की सलाह देती हैं.
- मास्क को शाम के समय लगाना सबसे बेहतर है.
- न्यूट्रिशनिस्ट बताती हैं, गुड़हल बालों की ग्रोथ को बढ़ावा देता है और स्कैल्प को ठंडक पहुंचाता है.
- एलोवेरा जेल बालों को डीप मॉइश्चर देता है और बालों को मुलायम बनाता है.
- तेल बालों की जड़ों को पोषण देता है और टूटने से बचाता है.
- वहीं, दही ड्राय स्कैल्प को हाइड्रेट करता है और डैंड्रफ से भी राहत दिलाता है.
ऐसे में इस मानसून, फ्रिजी बालों से छुटकारा पाने के लिए आप केमिकल्स बेस्ड प्रोडक्ट से बचकर नेचुरल हेयर केयर अपना सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.