क्या रेशम के तकिए पर सोने से आपके बालों को फायदा होता है? सिल्क के तकिये पर सोने के क्या फायदे हैं, जानिए क्या कहती है रिसर्च

Benefits of Sleeping on Silk Pillow for Hairs: सिल्क की खास बात ये है कि वह मॉइस्चर को सोखता नहीं है. ऐसे में रेशम के तकिए पर सोने से आपके स्किन और बाल दोनों हाईड्रेट रहेंगे और रूखेपन की समस्या नहीं आएगी.

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सिल्क के तकिए पर सोना बालों के लिए क्यों है फायदेमंद?
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Amazing Benefits of Sleeping on Silk Pillow: रात की अच्छी नींद हमारे पूरे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही जरूरी होती है. माना जाता है कि एक व्यक्ति को कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए. लेकिन क्या आप जानते हैं जिस तकिए पर आप रोजाना सो रहे हैं उसका भी बहुत ज्यादा प्रभाव शरीर पर देखने को मिलता है. आपका तकिया कवर आपकी सुंदरता को या तो बिगाड़ने या निखारने में बहुत बड़ा कारण हो सकता है, जिसे अधिकतर नजरअंदाज कर दिया जाता है. इसी के चलते कई लोग रेशम (Silk) का तकिया और तकिया कवर का इस्तेमाल करते हैं. आइए जानते हैं रेशम के तकिए पर सोने से बालों पर क्या असर होता है और इसके क्या-क्या फायदे हैं.

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बालों को कैसे होता है फायदा, क्या कहती है रिसर्च?

इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ट्राइकोलॉजी (International Journal of Trichology) की रिसर्च बताती है कि तकिए के कपड़े और बालों के बीच रगड़ होने से बाल टूट सकते हैं. ऐसे में रेशमी कपड़ा बहुत मुलायम होता है, जिससे बाल टूटने का खतरा काफी कम हो जाता है. साथ ही रेशम के तकिए पर सोने से दोमुंहे बाल कम होते हैं और उलझते नहीं है. खासतौर से जिन लोगों के बाल घुंघराले हैं उन्हें नींद लेने के लिए सिल्क के तकिए का प्रयोग करना चाहिए. 

सिल्क के तकिए पर सोने के फायदे

  • स्किन रहती है हाईड्रेट

सिल्क की खास बात ये है कि वह मॉइस्चर को सोखता नहीं है. ऐसे में रेशम के तकिए पर सोने से आपके स्किन और बाल दोनों हाईड्रेट रहेंगे और रूखेपन की समस्या नहीं आएगी. आप सोने के लिए लाइटवेट फैब्रिक से बना सिल्क का तकिए चुन सकते हैं.

  • स्किन पर नहीं पड़ते रिंकल्स

कॉटन जैसे फैब्रिक से बना तकिया स्किन का मॉइस्चर सोख लेता है लेकिन रेशम का तकिया ऐसा नहीं करता है. इसी के चलते सिल्क के तकिए पर सोने से स्किन पर रिंकल्स और फाइन लाइन्स नहीं पड़ती हैं. दरअसल, रेशमी तकिए का कवर बहुत मुलायम होता है, जिससे त्वचा पर रगड़ कम होती है. यह रगड़ कम होने से झुर्रियां बनने की संभावना भी घट जाती है.

  • नहीं होती किसी भी प्रकार की एलर्जी

रेशम बैक्टीरिया, फंगस और डस्ट माइट्स को दूर रखने में काफी ज्यादा मददगार साबित होता है. रेशमी तकिए के कवर नेचुरली हाइपोएलर्जेनिक (naturally hypoallergenic) होते हैं और फफूंदी या सीलन से बचाते हैं. इसी कारण ये यह एलर्जी या अस्थमा से परेशान लोगों के लिए बहुत अच्छा विकल्प होते हैं. हालांकि, ये साफ-सुथरे रहते हैं, लेकिन इन्हें नियमित रूप से धोना जरूरी है.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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