Allergic Conjunctivitis: गर्मियों में धूल-मिट्टी और प्रदूषण इतना ज्यादा बढ़ जाता है खुद को कितना ही ढक लिया जाए लेकिन इनसे बचना मुश्किल हो जाता है. यही दूषित कण अलग-अलग तरह की एलर्जी का कारण भी बनते हैं. इन्हीं में से एक एलर्जी है कंजंक्टिवाइटिस (Allergic Conjunctivitis) जिसे आम भाषा में आंख आना भी कहते हैं. कंजंक्टिवाइटिस होने पर आंखों में एलर्जी हो जाती है जिससे आंखें सुर्ख लाल (Red Eyes) दिखने लगती हैं. साथ ही, आंखों में जलन, खुजली (Itching) और पानी निकलने की समस्या से भी दोचार होना पड़ता है. यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है. हालांकि, यह फैलता नहीं है लेकिन जिसे होता है तो आमतौर पर दोनों आंखों में ही होता है. इससे बचा नहीं जा सकता लेकिन इससे जल्द से जल्द छुटकारा पाने की कोशिश की जा सकती है.
आंख आने के घरेलू उपाय | Allergic Conjunctivitis Home Remedies
ठंडी सिकाई आंखों पर ठंडी सिकाई करने पर राहत मिलती है. मलमल का कपड़ा लें और उसे ठंडे पानी में डुबाकर निचौड़ लें. अब इस ठंडे कपड़े को अपनी आंखों पर रखें आर 5 से 10 मिनट सिकाई करें. ठंडी सिकाई से आंखों में हो रही सूजन (Inflammation) और खुजली कम होगी. कोशिश करें कि इंफेक्शन और खुजली बढ़ने से रोकने के लिए दोनों आंखों पर अलग कपड़े का इस्तेमाल करें.
गुलाबजल में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, साथ ही इससे आंखों को ठंडक भी मिलती है. कुछ दिन गुलाबजल की कुछ बूंदें आंखों में डालने पर आपकी आंखों को आराम मिलेगा. कंजंक्टिवाइटिस जिन दूषित कणों के कारण हुआ है वे आंखों से निकल भी जाएंगे.
आंखों में एलोवेरा जेल नहीं डाला जाता बल्कि इसे कंजंक्टिवाइटिस में आंखों के आसपास लगाने की सलाह दी जाती है. एलोवेरा जेल में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण होते हैं जो एलर्जी से होने वाली सूजन को कम करने में सहायक हैं.
इसे आंखों पर रखने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. काली चाय के टी बैग को पानी में डूबाकर डिफ्यूज कर लें और तकरीबन 10 मिनट तक आंखों पर लगाकर रखें. आप ग्रीन टी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. इससे आंखों को आराम मिलता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.