न्यूट्रिशनिस्ट ने बताया इस एक चीज से दूर हो जाएगा पित्त दोष, बीमारियों को दूर रखने में रामबाण है यह नुस्खा 

आयुर्वेद में पित्त की सेहत बनाए रखने को विशेष माना जाता है. पित्त को किस तरह बैलेंस करें कि पूरे शरीर की सेहत अच्छी बनी रहे, जानिए न्यूट्रिशनिस्ट से. 

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Pitta Dosha: पित्त शरीर का वो अंग है जो आयुर्वेद के अनुसार शरीर की हीट, मेटाबॉलिज्म और शरीर के साथ-साथ मस्तिष्क के ट्रांसफॉर्मेशन को कंट्रोल करता है. पित्त पाचन को भी कंट्रोल करता है और इससे पेट की सेहत पर खासा असर पड़ता है. अगर शरीर में पित्त इंबैलेंस (Pitta Imbalance) होता है यानी कि अगर पित्त का बैलेंस बिगड़ता है तो कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं. पित्त इंबैलेंस होने पर बुखार, उल्टी आना, दस्त, गुस्सा आना, आर्थराइटिस, इंफेक्शंस होना और माइग्रेन जैसे लक्षण शरीर में नजर आने लगते हैं. ऐसे में न्यूट्रिशनिस्ट किरण कुकरेजा का कहना है कि एक चीज पित्त दोष को बैलेंस कर सकती है. यह एक चीज है गोंद कतीरा.

डॉक्टर ने बताया दस्त दूर करने के लिए गर्म पानी में इस चीज को मिलाकर पी लीजिए, मिल जाएगी राहत 

पित्त दोष बैलेंस करने के लिए गोंद कतीरा | Gond Katira To Balance Pitta Dosh

न्यूट्रिशनिस्ट का कहना है कि गोंद कतीरा (Gond Katira) को आयुर्वेद में इसके कूलिंग गुणों के लिए जाना जाता है. यह पित्त दोष (Pitta Dosha) को बैलेंस करने में मदद करता है और शरीर की एक्सेस हीट को कम करता है. गोंद कतीरा के कूलिंग गुण एसिडिटी, एक्ने और गुस्से जैसे पित्त दोष के लक्षणों को कम करने में भी अहम भूमिका निभाते हैं. 

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सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर 3 बजे के बीच एक गिलास गोंद कतीरा की ड्रिंक बनाकर पी जा सकती है. न्यूट्रिशनिस्ट के अनुसार, अगर आपको कोई गंभीर स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत हो तो गोंद कतीरा का सेवन करने से पहले डॉक्टर से कंसल्ट लिया जा सकता है. 

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इन बातों का रखें ध्यान 
  • पित्त दोष में कुछ आम बातों को ध्यान में रखकर दिक्कत से छुटकारा पाया जा सकता है. आमतौर पर सलाह दी जाती है कि पित्त दोष होने पर जरूरत से ज्यादा गर्म या मसालेदार चीजें खाने से परहेज करना चाहिए. इससे इंफ्लेमेशन बढ़ सकती है. 
  • कूलिंग यानी ठंडक देने वाले फूड्स का ज्यादा सेवन किया जा सकता है. कूलिंग फूड्स (Cooling Foods) में नारियल, नींबू, लस्सी, तरबूज, खीरा, अनार का जूस और एवोकाडो वगैरह शामिल हैं.
  • एलोवेरा जू पीने पर भी पित्त दोष दूर हो सकता है. एलोवेरा जूस के एक से 2 चम्मच रोजाना 3 बार तक पिए जा सकते हैं. 
  • रोजाना प्राणायाम करने पर भी पित्त दोष से राहत मिल सकती है. शरीर एक्टिव रहता है तो स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें भी दूर रहती हैं. 

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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