Dahi khane ke nuksan : मानसून में दही एक ऐसी चीज है जिसे खाने को लेकर अक्सर चेतावनी दी जाती है. ऐसा माना जाता है कि दही, दूध के किण्वन से प्राप्त एक दूध उत्पाद है, जिसे मानसून के मौसम में नहीं खाना चाहिए क्योंकि यह ठंडा होता है और गले में खराश पैदा कर सकता है. इस वजह से कई लोग बरसात में दही खाने से बचते हैं. आखिर इन दावों में कितनी सच्चाई है और दही खाने के पीछे का विज्ञान क्या चलिए जानते हैं...
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मिथक 1: क्या हम बरसात के मौसम में दही खा सकते हैं?मानसून में दही को कमरे के तापमान पर अपने भोजन के साथ खाना बिल्कुल ठीक है. दरअसल, इसमें प्रोबायोटिक घटक होने के कारण यह मौसम के बावजूद जठरांत्र संबंधी विकारों को रोकने में मदद करता है. न्यूट्रिशन रिव्यू में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चलता है कि दही और अन्य किण्वित उत्पाद लैक्टोज अपच और सहनशीलता में सुधार करते हैं.
तथ्य: दही में मौजूद प्रोटीन दूध की तुलना में ज़्यादा आसानी से पच जाता है क्योंकि इसमें गुड बैक्टीरिया मौजूद होते हैं. न्यूट्रिएंट्स में प्रकाशित इस अध्ययन में कहा गया है कि पेट में कच्चे दूध की तुलना में किण्वित दूध में पेप्सिन द्वारा कैसिइन प्रोटीन ज्यादा पच सकता है. इसलिए, मानसून के मौसम में दही खाना बिल्कुल ठीक है.
मिथक 3: रात में दही नहीं खाना चाहिएतथ्य : रात में या सोने से पहले दही खाना फायदेमंद माना जाता है क्योंकि इसमें ट्रिप्टोफैन नामक तत्व होता है जो नींद-जागने के चक्र को नियंत्रित करने में मदद करता है. इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ट्रिप्टोफैन रिसर्च में प्रकाशित इस अध्ययन में कहा गया है कि यह चिंता को कम कर सकता है और मस्तिष्क को आराम पहुंचा सकता है.
तथ्य - दही में सक्रिय बैक्टीरिया होते हैं, जो पाचन में मदद करते हैं. दही या दही के प्रोबायोटिक घटक कब्ज, दस्त से राहत दिलाने में मदद करते हैं और मां या बच्चे को सर्दी या खांसी नहीं होती है. द अमेरिकन जर्नल ऑफ़ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चलता है कि दही गैस्ट्रोनॉमिकल स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है.
मिथक 5: गर्भावस्था में दही से बचना चाहिएतथ्य: गर्भवती माताओं को अक्सर पाचन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इसलिए, उन्हें दिन में कम से कम एक बार अपने भोजन में दही खाना चाहिए क्योंकि इसका मुख्य जीवाणु घटक, लैक्टोबैसिलस एसिडोफिलस, छोटी आंत में पाचन के लिए महत्वपूर्ण होता है.
तथ्य: वसा के अलावा, दही कैल्शियम, विटामिन डी, पोटेशियम और प्रोटीन से भी भरपूर होता है, और कैल्शियम के बेहतर अवशोषण में मदद करता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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