Parenting Tips: लाइफ स्किल्स का मतलब है ऐसा हुनर जो जिंदगी के हर पड़ाव पर काम आता है. बच्चों को भी उनकी उम्र के हिसाब से स्किल्स सिखाते रहना जरूरी होता है. ये वो स्किल्स होती हैं जो शायद कोई स्कूल बच्चों को नहीं सिखाता है. पीडियाट्रिशियन और नियोनेटोलॉजिस्ट डॉ. अंकुर गुप्ता बता रहे हैं ऐसे 5 लाइफ स्किल्स (Life Skills) जो 9 साल तक के बच्चे को जरूर सिखानी चाहिए. डॉक्टर के अनुसार बच्चों को इन स्किल्स को सिखाने का मतलब सिर्फ यह नहीं है कि उनका आज बेहतर होगा बल्कि इन स्किल्स की मदद से वह जिंदगी की हर मुश्किल से खुद निकलना सीख जाएगा. ऐसे में आप भी जानिए कौनसी हैं वो बेसिक स्किल्स (Basic Skills) जो आपको अपने बच्चे को जरूर सिखानी चाहिए.
बच्चों को जरूर सिखाएं ये 5 लाइफ स्किल्स | 5 Life Skills You Must Teach Your Children
सेल्फ डिफेंसबच्चों को सेल्फ डिफेंस (Self Defence) कम उम्र से ही सिखा देना चाहिए. इससे बच्चे खुद को असुक्षित स्थितियों में प्रोटेक्ट कर सकेंगे. आपको नहीं पता है कि कम बच्चे के कब सामने कौनसा खतरा आ जाए और हो सकता है आप उसकी सुरक्षा के लिए वहां ना हों. इसीलिए बच्चे को सेल्फ डिफेंस सिखाना जरूरी होता है.
बच्चों को बिना जीपीएस (GPS) के डाइरेक्शन समझना और मैप पढ़ना आना चाहिए. कभी अगर बच्चे के हाथ में फोन ना हो या आप उसके साथ ना हों तो वह मैप देखकर-समझकर अपना रास्ता खोज लेगा. यह बेसिक लाइफ स्किल उम्रभर उसका साथ देगी.
यह एक ऐसी लाइफ स्किल है जो बड़े लोगों को भी नहीं आती है. बच्चे को सिखाएं कि अगर उसे कुछ सही नहीं लग रहा है तो वह ना कह सकता है. इसके लिए उसे गिल्ट में रहने की भी जरूरत नहीं है. उसे बताएं कि अपनी इंडीपेंडेंट चॉइसेस कितनी जरूरी होती हैं. अगर उसे भीड़ का हिस्सा नहीं बनना है तो ना (NO) कहकर अकेले आगे कैसे बढ़ना है इसका कोंफिडेंस बच्चे में होना जरूरी है.
बच्चे को बेसिक फर्स्ट एड (Basic First Aid) आना चाहिए. चोट लग जाने पर उसे किस तरह से साफ करते हैं, बैंडेज कैसे लगाते हैं और किन एमरजेंसी नंबरों पर कॉल करना चाहिए यह बच्चे को सिखाएं. अगर उसे या उसके आस-पास किसी व्यक्ति को कभी चोट लग जाए तो बच्चा फर्स्ट एड दे सकता है.
यह लाइफ स्किल बच्चों में कम उम्र से ही डाल देनी चाहिए. बच्चे को जरूर सिखाएं कि सेविंग्स कैसे करते हैं, पॉकेट मनी को बजट में रहते हुए कैसे खर्च करें और साथ ही उसे पैसों की कद्र करना सिखाएं. कम उम्र से ही मनी मैनेजमेंट आ जाए तो उम्रभर पैसों के लिए रोना नहीं पड़ता है.